27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रांची : आदिवासी न हिंदू, न वनवासी न वनबंधु और न हैं सनातन

ओड़िशा के सरना धर्मगुरु डीडी तिर्की ने कहा रांची : ओड़िशा के सरना धर्मगुरु डीडी तिर्की ने कहा कि इतिहासकारों ने आदिवासियों के साथ छल किया है़ मोहनजोदड़ो- हड़प्पा की खुदाई में मिले शिलालेखों को पुरातत्वविदों द्वारा नहीं पढ़ पाने की बात षड्यंत्र है़ वह आदिवासियों की सभ्यता-संस्कृति थी़ सिंधु घाटी की सभ्यता आदिवासियों की […]

ओड़िशा के सरना धर्मगुरु डीडी तिर्की ने कहा
रांची : ओड़िशा के सरना धर्मगुरु डीडी तिर्की ने कहा कि इतिहासकारों ने आदिवासियों के साथ छल किया है़ मोहनजोदड़ो- हड़प्पा की खुदाई में मिले शिलालेखों को पुरातत्वविदों द्वारा नहीं पढ़ पाने की बात षड्यंत्र है़
वह आदिवासियों की सभ्यता-संस्कृति थी़ सिंधु घाटी की सभ्यता आदिवासियों की सभ्यता थी, जिस पर यूरेशिया से आये लोगों ने अपनी सभ्यता थोपी़ हम आज भी इसके शिकार हैं. हमारी भाषा-संस्कृति, रीति-रिवाज, धर्म, इतिहास पर चौतरफा हमला हो रहा है़
हमें कुड़ुख, मुंडा, हो, संथाल, खड़िया, असुर आदि में बांटा जा रहा है, जबकि हम सभी एक पूर्वज की संतान हैं. हम प्रकृति के पुजारी हैं और सरना धर्मावलंबी हैं. हम प्रकृति के पूजक हैं, मूर्तिपूजक नहीं.
हम न हिंदू हैं, न वनवासी, न वनबंधु और न सनातन. हमारे खिलाफ षड्यंत्र को समझना होगा़ वे केंद्रीय सरना समिति व युवा सरना समिति द्वारा केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली में आयोजित सरना प्रार्थना सभा सह धर्म सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे़
इस अवसर पर विद्यासागर केरकेट्टा, शरण उरांव, सोमरा तिर्की, गुलाब चंद बाड़ा, राजू लकड़, अमित तिर्की ने भी विचार रखे़ धार्मिक-सामाजिक स्थलों की सुरक्षा व सुंदरीकरण, भाषा संस्कृति की रक्षा, सरना स्थलों में महिला-पुरुषों की समानता, धर्म-संस्कृति की सही व्याख्या, पूजा पद्धति व नेगचार में एकरूपता, पर्व-त्योहारों पर सरकारी अवकाश, पूरे देश में सरहुल व करम किसी एक निश्चित दिन मनाने, सरना धर्म कोड की जरूरत, विश्व आदिवासी दिवस में एकजुटता प्रदर्शित करने आदि विषयों पर चर्चा हुई़
इससे पूर्व सरना धर्मावलंबी अखड़ा में जुटे़ डीडी तिर्की व राहुल पाहन के नेतृत्व में सरना स्थल तक शोभायात्रा निकाली गयी़ वहां पूजा-अर्चना कर केंद्रीय सरना स्थल के सुंदरीकरण कार्य की आधारशिला रखी गयी़ इस मौके 207 गांव के पाहन आैर धार्मिक-सामाजिक अगुवे भी मौजूद थे़
आयोजन में अजय तिर्की, नारायण उरांव, संतोष तिर्की, चंपा कुजूर, संदीप तिर्की, सुशीला कच्छप, प्रकाश हंस, राहुल हंस, विकास हंस, मयूरी कच्छप, मीना कच्छप, अनिला तिग्गा, प्रदीप लकड़ा, बंधना टोप्पो, प्यारी उरांव, पूनम तिर्की, लाला महली, अनिल किस्पोट्टा, अनिल तिग्गा ने अहम योगदान दिया़

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें