34.1 C
Ranchi
Friday, March 29, 2024

BREAKING NEWS

Trending Tags:

रांची : वार्डों में भेजी जानेवाली दवाओं का रिकॉर्ड मेंटेन नहीं करता रिम्स का मेडिसिन स्टोर

रिम्स का हाल. औषधि निरीक्षकों की जांच में हुआ खुलासा राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के मेडिसिन स्टोर में व्यवस्थित तरीके से काम नहीं होता है. हालत यह है कि यहां से विभिन्न वार्डों में भेजी जानेवाली दवाओं का रिकॉर्ड (मेन्युफैक्चरिंग डेट, एक्सपायरी डेट, बैच नंबर आदि) तक मेंटेन नहीं किया जाता है. यह […]

रिम्स का हाल. औषधि निरीक्षकों की जांच में हुआ खुलासा

राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के मेडिसिन स्टोर में व्यवस्थित तरीके से काम नहीं होता है. हालत यह है कि यहां से विभिन्न वार्डों में भेजी जानेवाली दवाओं का रिकॉर्ड (मेन्युफैक्चरिंग डेट, एक्सपायरी डेट, बैच नंबर आदि) तक मेंटेन नहीं किया जाता है. यह खुलासा औषधि निरीक्षकों द्वारा की गयी जांच में हुआ है. सोमवार को यहां औषधि निरीक्षकों की दो सदस्यीय टीम उस शिकायत की जांच करने पहुंची थी, जिसमें कार्डियोलॉजी विंग में नाॅर्मल स्लाइन (एनएस) से मरीजों के संक्रमित होने की बात कही जा रही थी.
रांची : रिम्स के मेडिसिन स्टोर में पहुंचे औषधि निरीक्षक प्रतिभा झा और उत्कल मणि त्रिपाठी ने स्टोर इंचार्ज से दवाओं के वितरण से संबंधित रजिस्टर की मांग की. स्टोर इंचार्ज ने टीम को रजिस्टर दिखाया. टीम यह देखकर चौंक गयी कि स्टोर से विभिन्न वार्डों को भेजी जानेवाली दवाओं का रिकॉर्ड मेंटेन नहीं किया जा रहा है.
टीम ने स्टोर इंचार्ज से कहा कि यह ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन है. टीम ने निर्देश दिया कि वे दवाओं का वितरण करते वक्त रजिस्टर में दवा का पूरा विवरण दर्ज करें. इसके बाद टीम के सदस्यों ने स्टोर में मौजूद नॉर्मल स्लाइन का सैंपल लिया और वहां से कार्डियोलॉजी विंग की तरफ रवाना हो गये. कार्डियोलॉजी विंग में पहुंचने के बाद टीम ने स्टाफ नर्स से स्टोर से मंगाये गये स्लाइन की पूरा विवरण लिया. साथ ही स्टोर को भेजे गये मांग पत्र की जांच की. टीम ने यहां से भी नॉर्मल स्लाइन का नमूना लिया है. दोनों नमूनो को जांच के लिए कोलकाता भेजा जायेगा. जांच रिपोर्ट आने के ही मरीजों को संक्रमण की शिकायत की पुष्टि हो पायेगी.
दवाओं को व्यवस्थित करने की सुविधा नहीं है स्टोर में : औषधि निरीक्षकों की टीम को कर्मचारियों ने बताया कि रिम्स का मेडिसिन स्टोर बेहद खस्ता हाल में है. यहां जगह की कमी है, जिसकी वजह से दवाओं का बैच के हिसाब से रखने में परेशानी होती है. व्यवस्थित तरीके से दवाएं नहीं रखे जाने की वजह से इनके वितरण के दौरान रजिस्टर मेंटेन करना संभव नहीं हो पा रहा है. हालांकि, इस संबंध में प्रबंधन को कई बार जानकारी दी जा चुकी है,
लेकिन कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया है. इधर, टीम ने मेडिकल ऑफिसर स्टोर डॉ रघुनाथ से भी पूछताछ की. डॉ रघुनाथ ने बताया कि कार्डियोलॉजी विंग के विभागाध्यक्ष ने रिम्स निदेशक से मौखिक शिकायत की थी कि स्लाइन से मरीजों को संक्रमण हो रहा है. इसकी कोई लिखित शिकायत उन्हें नहीं मिली है. न ही उनके संबंधित स्लाइन के बैच की कोई जानकारी है.
औषधि निरीक्षकों ने कहा : हो रहा है ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन
यह है मामला
कार्डियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण ने रिम्स के निदेशक डॉ आरके श्रीवास्तव को बताया था कि कार्डियोलॉजी विंग में नॉर्मल स्लाइन (एनएस) से मरीजों को इंफेक्शन (संक्रमण) हो रहा है. उन्होंने मांग की थी कि एनएस से मरीजों को संक्रमण हो रहा है, इसलिए तत्काल उस बैच के स्लाइन को हटाया जाना चाहिए. इस खबर को प्रभात खबर ने 13 मई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिस पर राज्य औषधि विभाग की टीम ने सोमवार को रिम्स का निरीक्षण किया.
हर हाल में शहर का पेयजल संकट दूर करें : उपायुक्त
गंभीर मसला
You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें