रांची: सीएमपीडीआइ कॉलोनी स्थित क्वार्टर नंबर सी-टू निवासी नियति साह के एटीएम कार्ड का पासवर्ड हैक कर 86 हजार रुपये की निकासी के मामले की जांच सीबीआइ करेगी. इस संबंध में नियति साह ने आठ दिसंबर 2013 को गोंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
इस मामले में अदालत में भी आवेदन दिया था और मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग की थी. अदालत ने मामले की जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंपा था.
क्या है मामला: प्राथमिकी के अनुसार सात दिसंबर 2013 को नियति साह के मोबाइल पर 86 हजार रुपये मैसेज आया. रुपये की निकासी मुंबई स्थित किसी एटीएम में उनके कार्ड का प्रयोग कर किया गया था. उसके बाद उन्होंने बैंक से जानकारी ली कि इसमें क्या किया जा सकता है. बैंक ने उन्हें बताया कि जो कार्रवाई होगी, वह मुंबई से ही हो सकती है. उसके बाद उन्होंने कोर्ट में आवेदन दिया. सुनवाई के बाद जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंपा. इधर, सीबीआइ जांच की प्रक्रिया में जुट गयी है.
इंटरनेट बैंकिंग हो सकता है कारण
इंस्पेक्टर विजय सिंह ने संभावना जतायी है कि हो सकता है मोबाइल अथवा इंटरनेट बैंकिंग के दौरान किसी ने उनके एटीएम कार्ड का पासवर्ड चुरा लिया हो.बाद में राशि की निकासी कर ली गयी. इंस्पेक्टर का मानना है कि इंटरनेट बैंकिंग का प्रयोग कभी भी साइबर कैफे से नहीं किया जाना चाहिए.साइबर कैफे से पासवर्ड हैक होने की ज्यादा संभावना होती है. इस मामले की प्राथमिकी भादवि की धारा 376,66(बी),66 (सी) व आइटी एक्ट यानी साइबर क्राइम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. जांच का जिम्मा लालपुर इंस्पेक्टर को सौंपा गया था. वर्तमान में इसकी जांच लालपुर इंस्पेक्टर विजय सिंह कर रहे हैं.