झारखंड में नगर निकाय चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. पांच नगर निगम के लिए हुए चुनाव में तीन नगर निगम पर महिलाओं का कब्जा रहा है. वार्ड से लेकर मेयर तक भारी संख्या में महिला प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. हालांकि इनमें कई सीट ऐसे भी थे, जो महिलाओं के लिए रिजर्व थे. शहर की सरकार में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को अच्छे संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
झारखंड के नगर निकाय चुनाव के नतीजे इसलिए भी अहम है, क्योंकि राज्य के ज्यादातर शहरों में मूलभूत सुविधाओं का आभाव है. बस अड्डे, परिवहन व्यवस्था, सीवेज और हाउसिंग की दिक्कतों से जूझते लोगों को अपने इलाके के मेयर से काफी उम्मीदें हैं. तीन बड़े शहरों की कमान नवनिर्वाचित आशा लकड़ा, रोशनी तिर्की व अरुणा शंकर के हाथों में है.
आशा लकड़ा
भाजपा की प्रत्याशी आशा लकड़ा दूसरी बार मेयर बनीं. आशा लकड़ा ने निर्वाचन आयोग में दिए शपथ पत्र में खुद को समाजसेविका बताया है और उनकी शैक्षणिक योग्यता एमए, बीएड है. उनके पास 23 एकड़ पुश्तैनी जमीन है, स्कूटी के अलावा 75 ग्राम सोना और एक किलो चांदी है. इन सबका बाजार मूल्य करीब 61,08,000 रुपये होता है.
आशा लकड़ा ने रांची विश्वविद्यालय से एमए और विनोबा भावे विश्वविद्यालय से बीएड की पढ़ाई की है. आशा भाजपा की सेक्रेटरी है. उनकी छवि सक्रिय रहने वाले मेयर के रूप में रही है. पर्यवेक्षकों की माने तो उनके प्रदर्शन को आधार मानकर बीजेपी उन्हें भविष्य में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है.
रोशनी तिर्की
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अरुणा शंकर
