रांची : राज्य के पारा शिक्षकों के आंदोलन का दूसरा चरण मंगलवार से शुरू हो गया. समान काम के लिए समान वेतन की मांग को लेकर पारा शिक्षक मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगें. राज्य भर के पारा शिक्षक अपने-अपने प्रमंडल से पद यात्रा करते हुए रांची पहुंचेंगे.
संताल परगना प्रमंडल में देवघर, कोल्हान प्रमंडल में जमशेदपुर, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में कोडरमा, पलामू प्रमंडल में पलामू व दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में गुमला जिला से पारा शिक्षकों ने पद यात्रा शुरू की. एकीकृत पारा शिक्षक संघ के हृषिकेश पाठक ने बताया कि पदयात्रा जिस जिला से गुजरेगी, वहां के पारा शिक्षक इसमें शामिल होते चले जायेंगे.
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के कोडरमा से संजय दुबे के नेतृत्व में शिक्षकों की पदयात्रा शुरू हुई. 23 अप्रैल तक लगभग 25 हजार पारा शिक्षकों के रांची पहुंचने की संभावना है.
अपनी मांगों के समर्थन में पारा शिक्षक 23 अप्रैल से मुख्यमंत्री आवास का अनिश्चितकालीन घेराव करेंगे. एक मई को पारा शिक्षकों ने भूख हड़ताल की घोषणा की है. संघ का कहना है कि सरकार पारा शिक्षकों की मांगों के प्रति गंभीर नहीं है. पारा शिक्षक लगातार अपनी मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं, पर उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. अब जब तक पारा शिक्षकों की मांग पूरी नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा.
एक हो गये पारा शिक्षकों के सभी गुट :
राज्य के सभी पारा शिक्षकों का संगठन एक मंच पर आकर आंदोलन कर रहा है. पारा शिक्षकों के सभी गुट ने मिल कर झारखंड एकीकृत पारा शिक्षक संघ का गठन किया है. राज्य भर के लगभग 70 हजार पारा शिक्षक अब इस संघ के तहत आंदोलन कर रहे हैं. एकीकृत पारा शिक्षक संघ में झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ, झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षक संघ, झारखंड प्रदेश सामुदायिक पारा शिक्षक संघ, टेट सफल पारा शिक्षक संघ शामिल हैं.
पारा शिक्षकों की मुख्य मांगें
पारा शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन देना
टेट सफल पारा शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के पद पर नियुक्ति
पारा शिक्षकों को इपीएफ से जोड़ना
पारा शिक्षक कल्याण कोष का गठन करना
प्रशिक्षण के समय ली गयी राशि वापस करना
शिक्षा मंत्री के साथ संघ की वार्ता विफल : झारखंड एकीकृत पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों की वार्ता शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव के साथ हुई. शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि सरकार पारा शिक्षकों की मांगों के प्रति गंभीर है. उनकी समस्या का जल्द समाधान होगा. संघ ने आश्वासन पर आंदोलन समाप्त करने से इनकार कर दिया है. वार्ता में बेलाल अहमद, रितेश कुमार, प्रमोद कुमार, संजय मेहता शामिल थे.