– नामकुम में 220 केवी का तार टूटा, पीटीपीएस व टीवीएनएल ठप
– 12 घंटे बाद रांची सामान्य त्नअंधेरे में सात जिलेत्नएक करोड़ लोग रहे परेशान
नामकुम के सरवल जंगल में शुक्रवार सुबह आठ बजे हटिया-नामकुम 220 केवी लाइन का तार टूट गया. इससे हेवी जर्क (तेज झटका) आया. इस कारण पीटीपीएस से उत्पादन ठप हो गया. इसका असर ललपनिया स्थित तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन पर भी पड़ा. यहां भी उत्पादन ठप हो गया.
इससे अचानक पूरे राज्य में 550 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी. रांची सहित राज्य के आठ जिलों में बिजली पूरी तरह बंद हो गयी. नौ जिलों में जबरदस्त लोड शेडिंग हुई. सिर्फ डीवीसी के कमांड एरिया (छह जिलों) में बिजली आपूर्ति सामान्य रही. रात करीब आठ बजे लाइन जोड़ दी गयी. इसके बाद रांची में बिजली की आपूर्ति बहाल की गयी. हालांकि अन्य सात जिलों में रात भर ब्लैक आउट रहा. देर रात तक पीटीपीएस और तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन से उत्पादन शुरू नहीं हो सका था.
6 करोड़ का नुकसान विभाग को
220 केवी लाइन के तार टूट जाने से जेएसइबी को करीब छह करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. तेनुघाट को भी लगभग 80 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है.
400 करोड़ का व्यवसाय प्रभावित
बिजली ठप होने से रांची समेत अन्य जिलों की औद्योगिक इकाइयों पर बुरा असर पड़ा. जेनेरेटर चलाने के लिए करीब 80 लाख रुपये के डीजल जलाये गये. रांची में 400 करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ.
क्या-क्या असर
– पानी की आपूर्ति दिन भर ठप रही
– सदर अस्पताल में परेशान रहे मरीज
– रिम्स को पांच घंटे तक नहीं हुई सप्लाई
– आठ हजार लघु उद्योगों में उत्पादन प्रभावित
सकते में विभाग के लोग
220 केवी का तार टूट जाने के बाद बिजली विभाग के लोग परेशान हो गये. आनन-फानन में पेट्रोलिंग आरंभ की गयी. करीब दो घंटे बाद जेएसइबी के अभियंताओं को गड़बड़ी का पता चला. इसके बाद दिन के करीब 11.30 बजे मरम्मत कार्य आरंभ किया गया.
बारिश से मरम्मत में हुई देरी
अभियंता प्रमुख जीएनएस मुंडा व जीएम संचरण यूएस राय ने बताया : मिडिल कंडक्टर के टूटने से लोअर कंडक्टर में भी क्षति आयी है. तार के टूटने के कारण दो जगहों पर ज्वाइंट करना पड़ा. मरम्मत कार्य अंतिम चरण में चल ही रहा था कि दिन के करीब 3.50 बजे बारिश शुरू हो गयी. इससे कर्मियों को टावर से नीचे उतरना पड़ा. बारिश की वजह से करीब पांच बजे तक मरम्मत कार्य बाधित रहा. बारिश बंद होने पर पुन: कार्य आरंभ किया गया.