रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के बायोकेमेस्ट्री विभाग की ऑटो एनेलाइजर मशीन करीब एक माह से खराब है. इस कारण लिपिड प्रोफाइल, शुगर, लीवर प्रोफाइल, सीरम क्रियेटनिन, कैल्शियम, सीबीसी आदि जांच नहीं हो पा रही है. मरीजों को जांच के लिए लैब मेडिसिन में भेजा जा रहा है. लैब मेडिसिन में प्रतिदिन करीब 300 से ज्यादा मरीजों की जांच हो रही है.
हालांकि अत्यधिक जांच होने के कारण मरीजों को रिपोर्ट लेने में देरी हो रही है. जूनियर डॉक्टर व लैब टेक्नीशियन को अतिरिक्त जांच करनी पड़ रही है. इधर, लैब मेडिसिन के दो जूनियर डॉक्टरों की कार्य अवधि 21 अप्रैल को समाप्त हो रही है. अगर मशीन दुरुस्त नहीं हुई और दोनों डॉक्टर रिम्स छोड़ दिये, तो जांच प्रभावित हो सकती है. एेसे में रिम्स प्रबंधन को समय पर बायोकेमेस्ट्री विभाग की मशीन को दुरुस्त कराने की जरूरत है. इधर, बॉयोकेमेस्ट्री विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मशीन को दुरुस्त करने के लिए इंजीनियर को कहा गया है. शीघ्र ही मशीन दुरुस्त हो जायेगी.