रांची: रिम्स, पीएमसीएच धनबाद और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के 93 विद्यार्थियों के हस्ताक्षर की जांच निगरानी ब्यूरो फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) से करायेगा.
इन विद्यार्थियों के नामांकन की जांच की जा रही है. विद्यार्थियों के काउंसलिंग वाले दिन का हस्ताक्षर और परीक्षा वाले दिन का हस्ताक्षर को मिलाने के लिए एफएसएल भेजने का मौखिक निर्देश मिला है. निगरानी एडीजी नीरज सिन्हा ने निगरानी एसपी राजकुमार लकड़ा को यह निर्देश दिया है. निगरानी के अधिकारियों के अनुसार हस्ताक्षर की जांच के लिए गुजरात एफएसल से संपर्क किया गया था, लेकिन वर्तमान में गुजरात एफएसल के पास पहले से काफी कार्य लंबित हैं. हस्ताक्षर की जांच के लिए किस एफएसल के पास भेजना है. इस पर निर्णय लिया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2006, 2007 और 2009 बैच में रिम्स (रांची), पीएमसीएच (धनबाद) और एमजीएम (जमशेदपुर) मेडिकल कॉलेज में गलत ढंग से हुए नामांकन की जांच की जा रही है. यह जांच वर्ष 2008 से ही जारी है. निगरानी को प्रारंभिक जांच में जो तथ्य मिले है, उसके अनुसार तीनों बैच में कुल 91 विद्यार्थियों के नामांकन पर संदेह है.
प्रारंभिक जांच पूरा करने के लिए सिर्फ परीक्षा वाले दिन और काउंसलिंग वाले दिन का हस्ताक्षर का मिलान कराया जाना बाकी है. इसके आधार पर निगरानी यह तय करेगी कि किस छात्र का हस्ताक्षर परीक्षा वाले दिन और काउंसलिंग वाले दिन से मेल नहीं खा रहा है. एफएसएल जांच में यह स्पष्ट हो जायेगा. इसके बाद निगरानी के अधिकारी निर्णय लेंगे.