Advertisement
बच्चों में तेजी से बढ़ रही है लीवर की बीमारियां
रांची : इंद्रप्रस्थ अपोलो के पेडियेट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ अक्षय कुमार ने बताया कि लीवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. इसकी चपेट में बच्चे भी आ रहे हैं. यह अशुद्ध भोजन व पानी के कारण हाे रहा है. अगर हाइजीन का ख्याल रखा जाये, तो काफी हद तक इस पर लगाम लगायी जा सकती […]
रांची : इंद्रप्रस्थ अपोलो के पेडियेट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ अक्षय कुमार ने बताया कि लीवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. इसकी चपेट में बच्चे भी आ रहे हैं. यह अशुद्ध भोजन व पानी के कारण हाे रहा है. अगर हाइजीन का ख्याल रखा जाये, तो काफी हद तक इस पर लगाम लगायी जा सकती है. अभिभावकों को बच्चों के खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. वह शुक्रवार को रानी अस्पताल में संवाददाताओं को जानकारी दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि शुद्ध पीने के पानी व शुद्ध भोजन से हेपेटाइटिस ए व ई के हाेने की संभावना काफी कम रहती है. इसके आलावा बच्चों को समय पर हेपेटाइटिस का टीका अवश्य दिलाना चाहिए. कुछ नवजात बच्चों में सीरम बिलीरूबिन का स्तर अधिक बढ़ जाता है, जो अच्छा नहीं है. इससे नवजात बच्चों की मौत व उसके बौद्धिक विकास को प्रभावित करता है.
लीवर प्रत्यारोपण के बारे में उन्होंने बताया कि विदेशाें में ज्यादातर अंग मृत दानदाताओं से लिया जाता है, लेकिन भारत में प्रत्यारोपण जीवित व्यक्तियों व रिश्तेदारों से लिया जाता है. बच्चे में पहला लीवर प्रत्यारोपण अमेरिका में वर्ष 1967 में किया गया था, जबकि भारत में अपोलो इंद्रप्रस्थ में वर्ष 1998 में किया गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement