Advertisement
रांची : बिल नहीं देनेवाले डॉक्टरों का किया जायेगा बहिष्कार
रांची : इंडियन डेंटल एसोसिएशन की झारखंड शाखा ने कहा है कि जो डाॅक्टर मरीजों को इलाज (डेंटल इंप्लांट व अन्य इलाज) व इलाज में होने वाले खर्च की जानकारी नहीं देगा, एसोसिएशन उनका बहिष्कार करेगा. एसोसिएशन के सचिव डॉ सुशील कुमार ने प्रभात खबर से कहा कि जो डॉक्टर चिकित्सा के सिद्धांतों का पालन […]
रांची : इंडियन डेंटल एसोसिएशन की झारखंड शाखा ने कहा है कि जो डाॅक्टर मरीजों को इलाज (डेंटल इंप्लांट व अन्य इलाज) व इलाज में होने वाले खर्च की जानकारी नहीं देगा, एसोसिएशन उनका बहिष्कार करेगा. एसोसिएशन के सचिव डॉ सुशील कुमार ने प्रभात खबर से कहा कि जो डॉक्टर चिकित्सा के सिद्धांतों का पालन नहीं करते हैं, उनकाे एसोसिएशन में जगह नहीं दी जायेगी.चाहे वह एसोसिएशन के पदाधिकारी ही क्यों नहीं हों.
डॉ सुशील ने कहा कि हम दांत के डॉक्टर पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद कोर्स करते हैं. अनुभव लेने के लिए सेमिनार में भाग लेते हैं. लेकिन यह अफसोस है कि राजधानी में कई ऐसे दांत के डॉक्टर हैं, जिनके पास बीडीएस की डिग्री तक नहीं है. वह दांत लगाने, निकालने से लेकर हर तरह का काम करते हैं. ऐसे फर्जी दांत के डॉक्टर ही समाज में विशेषज्ञ डॉक्टरों की छवि खराब करते हैं. ऐसे डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के लिए एसोसिएशन द्वारा समय-समय पर सिविल सर्जन व डेंटल काउंसिल को सूचित किया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
प्रभात खबर ने उठाये थे ये सवाल : प्रभात खबर द्वारा दांत में इंप्लांट के नाम पर मुनाफे का व्यापार करनेवाले डॉक्टर (सभी नहीं) से संबंधित खबर प्रकाशित करने का उद्देश्य डॉक्टरों की छवि खराब करना नहीं था. बल्कि, प्रभात खबर ने लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है.
प्रभात खबर ने खबर प्रकाशित करने से पूर्व सभी तथ्यों को एकत्र किया, जिसके दस्तावेज भी प्रभात खबर के पास हैं. हमारा सवाल यह है कि क्या मरीज को यह जानने का अधिकार नहीं है कि इंप्लांट में कौन सी प्रक्रिया अपनायी जाती है? क्या उसे इलाज में होनेवाले खर्च का बिल नहीं मिलना चाहिए?
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement