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तीन कोल बेड मिथेन और छह कोल ब्लॉक इस वर्ष होंगे चालू

खुशखबरी. 16 कोल ब्लॉक को अब भी है चालू होने का इंतजार सुनील चौधरी रांची : झारखंड में इस वर्ष तीन कोल बेड मिथेन (सीबीएम) ब्लॉक चालू हो जायेंगे. ओएनजीसी द्वारा इन ब्लॉक को विकसित करने का काम किया जा रहा है. खान विभाग के सूत्रों ने बताया कि झरिया में दो और हजारीबाग में […]

खुशखबरी. 16 कोल ब्लॉक को अब भी है चालू होने का इंतजार
सुनील चौधरी
रांची : झारखंड में इस वर्ष तीन कोल बेड मिथेन (सीबीएम) ब्लॉक चालू हो जायेंगे. ओएनजीसी द्वारा इन ब्लॉक को विकसित करने का काम किया जा रहा है. खान विभाग के सूत्रों ने बताया कि झरिया में दो और हजारीबाग में एक सीबीएम लगभग तैयार है. कुछ प्रक्रिया शेष है, जो इस वर्ष पूरे हो जायेंगे. इसके बाद इस वर्ष किसी भी समय इन तीनों सीबीएम से उत्पादन आरंभ हो जायेगा.
छह कोल ब्लॉक भी किये जायेंगे चालू
झारखंड में स्थित छह कोल ब्लॉक से इस वर्षके अंत तक उत्पादन आरंभ हो जायेंगे. खान विभाग के सूत्रों ने बताया कि विभाग द्वारा लगातार इन कोल ब्लॉक की समीक्षा की जा रही है.
जहां भी बाधा की स्थिति आ रही है, उसे दूर किया जा रहा है. पांच कोल ब्लॉक में एनटीपीसी के दो कोल ब्लॉक चट्टी बरियातू साउथ व केरनडारी शामिल हैं. वहीं अडाणी पावर को आवंटित जीतपुर, जेएसडब्ल्यू के मोइत्रा व एस्सार का तोकीसुद नोर्थ कोल ब्लॉक हैं, जिनकी प्रक्रिया अंतिम चरणों में है. वहीं प. बंगाल को आवंटित पचुवारा नोर्थ कोल ब्लॉक की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है. सूत्रों ने बताया कि पचुवारा में फॉरेस्ट क्लीयरेंस को लेकर समस्या थी. पर जिन क्षेत्र में वन भूमि नहीं है, वहां से उत्पादन करने की अनुमति दे दी जायेगी. सरकार को उम्मीद है कि सबकुछ ठीक रहा, तो मार्च के बाद से एक-एक कर इन छह कोल ब्लॉक से उत्पादन आरंभ होने लगेगा.
24 कोल ब्लॉक में 16 को चालू कराना चुनौती
झारखंड में केंद्र सरकार द्वारा नीलामी व आवंटन के आधार पर दिये गये कुल 24 कोल ब्लॉक हैं. पर इनमें से अब तक दो कोल ब्लॉक से ही उत्पादन आरंभ हो सका है. एक एनटीपीसी का पकरी बरवाडीह है व दूसरा हिंडाल्को का कठोतिया कोल ब्लॉक है. ए कैटेगरी में रखे गये छह कोल ब्लॉक से इस वर्ष के अंत तक उत्पादन होने लगेगा. पर 16 कोल ब्लॉक को चालू कराना आज भी सरकार के लिए चुनौती भरा कदम है. खासकर वो कोल ब्लॉक जो नीलामी के पूर्व चालू थे, पर आज बंद हैं. एक अप्रैल 2015 के पूर्व उत्पादन कर रहे पांच कोल ब्लॉक में से चार से अब तक दोबारा उत्पादन नहीं हो सका है.
इसका साइड इफेक्ट यह हुआ कि इन कोल ब्लॉक में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व से काम कर रहे लगभग 16 हजार से अधिक लोग बेरोजगार हो गये हैं. बताया गया कि 16 कोल ब्लॉक का प्रस्ताव अब भी वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के पास फॉरेस्ट क्लीयरेंस को लेकर लंबित है.
20 हजार लोगों को रोजगार के अवसर
बताया गया कि इन छह कोल ब्लॉक से उत्खनन अारंभ होते ही इन क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर खुलेंगे. एक कोल ब्लॉक में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से औसतन चार हजार लोगों को रोजगार मिलता है. यानी छह कोल ब्लॉक के आरंभ होने से लगभग 20 हजार लोगों को प्रत्यक्ष
व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे.
ये कोल ब्लॉक होंगे चालू
कोल ब्लॉक जिला कंपनी
चट्टी बरियातू साउथ हजारीबाग एनटीपीसी
केरनडारी हजारीबाग एनटीपीसी
जीतपुर दुमका अडाणी
मोइत्रा हजारीबाग जेएसडब्ल्यू
तोकीसुद नोर्थ हजारीबाग एस्सार
पचुवारा नोर्थ कोल ब्लॉक पाकुड़ प. बंगाल सरकार

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