पूरे वार्ड में है एक मात्र पार्क बिड़ला मैदान ही है खेल का मैदान, इस पर भी है विवाद
रांची : नये परिसीमन के बाद वार्ड-32 का नंबर बदलकर वार्ड-30 हो गया है. यहां रांची की एक बड़ी आबादी रहती है. रातू रोड रिलायंस फ्रेश के उत्तरी छोर के तमाम इलाके से लेकर रातू रोड का न्यू मार्केट तक यह वार्ड फैला हुआ है. यहां की आबादी वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 25000 बतायी जाती है. हालांकि, संख्या और भी अधिक होने की संभावना है.
न्यू मार्केट से लेकर रिलायंस फ्रेश तक रातू रोड में जाम एक अलग समस्या तो है ही, लेकिन इसके अंदर इलाकों में इंद्रपुरी, आर्यपुरी, अलका पुरी, शिवपुरी जैसे इलाके हैं. रातू रोड से सटे इलाकों में पक्की सड़के तो हैं. पर जैसे ही रातू रोड से करीब डेढ़ किमी अंदर जाते हैं, पूरे वार्ड की पोल खुल जाती है. बेतरतीब तरीके से यहां आबादी बसी हुई है. टेढ़ी-मेढ़ी गलियां हैं. इंद्रपुरी रोड नंबर-11 में नाला है. अब इस नाले पर पुल ढालकर इसे संकड़ी सड़क का रूप देने का काम चल रहा है. पूरे वार्ड में मात्र एक पार्क है शिवपुरी में और एक खेल का मैदान है बिड़ला मैदान. यह मैदान भी अभी विवादित ही है.
ये विकास कार्य हुए पांच साल में
1000 एलइडी लाइट लगायी गयीं वार्ड में
5000 लोगों का गुलाबी राशन कार्ड बना
4000 लोगों को पीला कार्ड बनाया गया
700 महिलाओं को विधवा पेंशन दिलाया
900 वृद्धों को वृद्धा पेंशन दिलाया गया
100 लोगों को आवास योजना का लाभ
05 डीप बोरिंग करायी गयी है
50 नये चापानल लगाये गये हैं
100 पीसीसी सड़कें बनायी गयी हैं
यह है वार्ड-32 की चौहद्दी
पूर्व में : कांके रोड में रातू रोड चौराहा से प्रेमसंस मोटर के सामने मिशन गली मोड़ तक.
पश्चिम में : रातू रोड मेट्रो गली में गुरुद्वारा, बिड़ला मैदान, ट्रांसफार्मर से अवध वाटिका होते हुए इंद्रपुरी मुख्य मार्ग तक तथा वहीं से उस रोड में मिशन गली मोड़ तक.
उत्तर में : मिशन गली तक और दक्षिण में : रातू रोड में रातू रोड चौराहा से मेट्रो गली तक.
हम पार्षद के काम से संतुष्ट नहीं है. इंद्रपुरी रोड नंबर-14 काफी पुराना मोहल्ला है. पर इस ओर किसी का ध्यान नहीं है. सड़क पर नाली का पानी बह रहा है.
शिवा कुमार
10 साल पहले विधायक सीपी सिंह ने शिलान्यास किया था. काम शुरू हुआ और पत्थर बिछाकर ठेकेदार भाग गया. उसके बाद से किसी ने इसकी सुध नहीं ली है.
विशाल कुमार
पार्षद के पास पांच बार वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन दिया, लेकिन आजतक वृद्धा पेंशन में नाम नहीं आया. पार्षद के पास जाने पर डांट कर भगा देती हैं.
चंपा देवी
घर के सामने खटाल हो गया है. गोबर का ढेर लग गया है. पार्षद से शिकायत की है. बरसात में और बुरा हाल हो जाता है. बदबू से जीना मुश्किल हो जाता है.
शांति देवी
सड़क पर नाली बहने से परेशान हैं. यहां चलना तक मुश्किल है. कोई भी आकर यहां एक दिन रहकर देख ले, तो समझ में आ जायेगा कि कैसा विकास और किसका विकास हो रहा है.
अनु चौधरी