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झारखंड : अपने अपराधों के लिए क्षमा मांगें लालू : भाजपा
जो खुद चुनाव नहीं लड़ सकता, उसके भरोसे चुनाव लड़ने की बात करना दिवा स्वप्न है रांची : भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो आदित्य साहू ने कहा कि लालू प्रसाद को सजा होने के बाद राजद अपराध और अपराधी का महिमामंडन कर रहा है. यह लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मर्यादाओं का हनन है. इससे गरीब, दलित, […]
जो खुद चुनाव नहीं लड़ सकता, उसके भरोसे चुनाव लड़ने की बात करना दिवा स्वप्न है
रांची : भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो आदित्य साहू ने कहा कि लालू प्रसाद को सजा होने के बाद राजद अपराध और अपराधी का महिमामंडन कर रहा है. यह लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मर्यादाओं का हनन है.
इससे गरीब, दलित, पिछड़ों की बात करने वाली पार्टी राजद का सामंती सोच उजागर हो चुका है. किसी गरीब को झूठे मुकदमे में फंसाकर सेवा के लिए जेल भेजना इसी प्रवृत्ति का परिचय देता है. सजायाफ्ता लालू प्रसाद के साथ कांग्रेस, झामुमो एवं झाविमो के लोग गलबहियां कर महिमामंडन कर रहे हैं. ये सभी पार्टियां परिवारवाद, वंशवाद से ग्रसित हैं. सबका डीएनए एक है. श्री साहू गुरुवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद न्यायालय में सजा कम करने की याचना करते हैं और बाद में रक्तपात की भाषा बोलते हैं. भाजपा लोकतंत्र में इस प्रकार की भाषा की निंदा करती है. आज यूपीए घटक दल एक सजायाफ्ता व्यक्ति के सहारे चुनाव लड़ना चाहती है, जबकि लालू प्रसाद का पूरा परिवार ही अभी जांच के घेरे में है. जो व्यक्ति स्वयं चुनाव नहीं लड़ सकता, उसके भरोसे चुनाव लड़ने की बात करना दिवा स्वप्न है. लालू प्रसाद को राज्य की जनता से अपने अपराधों के लिए क्षमा मांगनी चाहिए.
लीज नवीकरण की राशि घट कर एक चौथाई हो गयी
प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बर्णवाल ने कहा कि खास महल लीज नवीकरण राज्य सरकार का एक ऐतिहासिक फैसला है. इस फैसले से राज्य के विभिन्न जिलों के 10 हजार से ज्यादा लीजधारियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा. लीज नवीकरण की राशि घटकर एक चौथाई हो गयी है.
पहले खास महल का विवाद विभाग के सचिव स्तर पर निपटाया जाता था. अब इसमें संशोधन करते हुए 50 एकड़ से नीचे का निपटारा उपायुक्त स्तर से कर दिया गया है, जबकि इससे ऊपर का निपटारा आयुक्त स्तर से करने का निर्णय लिया गया है. इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. राजस्व की वृद्धि होगी.
31 दिसंबर को रोशन हुए राज्य के सभी गांव
प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि 31 दिसंबर 2017 का दिन झारखंड के लिए महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि इसी दिन झारखंड के सभी गांव रोशन हुए. पिछले 70 वर्षों में 2338 गांव में बिजली नहीं पहुंची थी. सरकार ने सिर्फ तीन साल में इन गांवों में बिजली पहुंचाने का काम किया. साथ ही इस वर्ष के अंत तक सभी घरों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. जिन गांवों में बिजली पहुंची है, उनमें से 1200 गांव अति पिछड़े हैं. मौके पर मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक व सह मीडिया प्रभारी संजय जायसवाल मौजूद थे.
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