रांची : केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग ने स्वच्छ विद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया है. प्रतियोगिता जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर होगा. राज्य से प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 30 हजार से अधिक स्कूलों ने अपना ऑनलाइन आवेदन जमा किया था. जिनमें से 20 हजार स्कूलों की इंट्री सही पायी गयी.
15112 स्कूलों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए चयनित किया गया. प्रथम चरण के लिए 15112 स्कूलों का चयन कर इसकी जांच रिपोर्ट भेजेने को कहा गया था. इसे गंभीरता से लेते हुए झारखंड ने शत-प्रतिशत स्कूलों की जांच रिपोर्ट भेज दी है. झारखंड ने इसमें देश में पहला स्थान प्राप्त किया गया है.
राज्य के 15 हजार विद्यालयों की तरफ से सितंबर 2017 से 31 दिसंबर 2017 तक चले डाटा इंट्री और अन्य डाटा अपलोड करने में झारखंड को पहला स्थान मिला है. झारखंड से 15112 विद्यालयों ने इसके लिए अपना आवेदन नेशनल पोर्टल पर दिया है. झारखंड के अलावा शत प्रतिशत स्कूलों की जांच कर डाटा इंट्री करनेवाले में केंद्र शासित प्रदेश दादर एवं नागर हवेली, दमन और दीव भी शामिल हैं.
इन दोनों प्रदेशों की तरफ से 70 और 63 स्कूलों की इंट्री की गयी. दूसरे स्थान पर पुडुचेरी और तीसरे स्थान पर गोवा का स्थान रहा है. जिला स्तर पर प्रत्येक जिला से आठ-आठ विद्यालय का चयन किया जायेगा. इसके बाद राज्य स्तर पर फिर राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए विद्यालय का चयन किया जायेगा. अब तक की प्रतियोगिता में झारखंड ने गत वर्ष की तुलना में काफी बेहतर किया है.
पूर्वी सिंहभूम में सबसे अधिक फाइव स्टार
राज्य में जिला स्तर पर कुल 182 स्कूलों को स्वच्छता के लिए फाइव स्टार मिला है. इनमें सबसे अधिक 33 विद्यालय पूर्वी सिंहभूम जिले के हैं. रांची के 28 और गिरिडीह के 23 विद्यालय को जिला स्तर पर फाइव स्टार मिला है.
गत वर्ष जिला स्तर पर मात्र 27 विद्यालय को ही फाइव स्टार मिला था, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर मात्र एक विद्यालय को ही स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार मिला था. विद्यालयों को स्वच्छता के दृष्टिकोण से तीन कोटि में बांटा गया है. फाइव, फोर व थ्री स्टार. 15112 स्कूल में से जिला स्तर पर 182 स्कूलों को फाइव स्टार, 1817 को फोर स्टार व शेष विद्यालय को थ्री स्टार मिला है.
राष्ट्रीय स्तर पर 40 स्कूल लेंगे भाग
जिला स्तर पर चयनित विद्यालयों में से 40 विद्यालय का चयन राज्य स्तर पर किया जायेगा. सभी जिलों से जिला स्तर के आठ-आठ विद्यालयों का नाम राज्य स्तर के प्रतियोगिता के लिए मांगा गया है. इनमें से 40 विद्यालय को चयनित कर राज्य स्तर पर स्वच्छ विद्यालय के लिए पुरस्कृत किया जायेगा.
राज्य स्तर पर पुरस्कृत होनेवाले विद्यालय का नाम राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए भेजा जायेगा. प्रतियोगिता में ग्रामीण क्षेत्र के 15-15 प्रारंभिक व माध्यमिक विद्यालय, शहरी क्षेत्र के पांच-पांच प्रारंभिक व माध्यमिक विद्यालय का भी नाम भेजा जायेगा.