रांचीः एक फरवरी से राजधानी में शुरू हुआ गोल्डेन आवर सिस्टम फेल हो गया है. दुर्घटना होने पर पुलिस कंट्रोल रूम से अस्पताल को सूचना नहीं दी जाती है. अगर सूचना दी भी जाती है, तो घटना स्थल पर एंबुलेंस नहीं पहुंचता है. इससे घायलों का बेहतर इलाज नहीं हो पाता है.
रांची के ट्रैफिक एसपी राजीव रंजन सिंह कहते हैं कि अस्पताल प्रबंधन से सहयोग नहीं मिलने से यह सिस्टम काम नहीं कर रहा है. हाल के दिनों में शहर में कई दुर्घटनाएं हुईं, लेकिन पुलिस द्वारा सूचना देने पर भी अस्पताल से एंबुलेंस नहीं पहुंचा. घायलों को निजी अस्पताल या रिम्स में भरती कराया गया.
2013 में हुई 381 मौत : रांची में पिछले वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 381 लोगों की मौत हुई, जबकि 513 घायल हुए. इनमें से अधिकतर की मौत समय पर बेहतर इलाज नहीं मिलने के कारण हुई.