रांची : भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक, वर्तमान स्थानीय नीति अौर आदिवासी समुदाय की संस्कृति पर हो रहे हमले के खिलाफ आदिवासी सेना द्वारा 15 दिसंबर को राजभवन के समक्ष महाधरना दिया जायेगा.
आदिवासी सेना ने मंगलवार को पिस्का मोड़ स्थित सत्यारी सरना स्थल पर आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया. पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि आदिवासी समुदाय की धार्मिक सामाजिक जमीन पर कब्जा किया जा रहा है. हमारी संस्कृति के साथ छेड़छाड़ हो रही है. कानून का गलत तरीके से उपयोग कर आदिवासी मूलवासियों को भूमिविहीन करने की साजिश की जा रही है. आदिवासी सेना के अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक अौर वर्तमान स्थानीय नीति आदिवासियों के हित में नहीं है.
सरकार हमारे समुदाय की भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार सरना स्थलों की घेराबंदी की बात कर रही है पर अभी भी सत्यारी सरना स्थल की घेराबंदी शुरू नहीं की गयी है. सरकार हमारी बातों को अनसुना कर रही है. बैठक में अन्य वक्ताअों ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर अजय कच्छप, चिलगु कच्छप, रामा महली, दुर्गा खलखो, राजेश लिंडा, सती तिर्की, सिंपी कुजूर, विजय मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे.