वित्त विभाग ने भी 1.50 लाख रुपये से ऊपर की सामग्री की खरीद खुली निविदा से करने का आदेश जारी कर रखा है. एरियर स्पेसफिक मिनरल मिक्सचर की आपूर्ति मिल्क फेड करता है. मिनरल मिक्सचर विद एमिनो एसिड की खरीद निविदा के माध्यम से की गयी है. निविदा प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं की गयी है. एल वन होने के बाद केपीआर को आपूर्ति आदेश दिया गया. पंचकुला स्थित प्रयोगशाला में मिनरल मिक्सचर विथ अमिनो एसिड की सही गुणवत्ता होने का प्रमाण पत्र दिया है. इसके बाद ही उसको भुगतान किया गया है.
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निविदा प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं : कृषि मंत्री
रांची. छह दिसंबर को प्रभात खबर में प्रकाशित खबर विभाग की सलाह नहीं मानी, टेंडर निकाल कर खरीद लिया 4.65 करोड़ का खराब चारा को तथ्य से परे बताते हुए कृषि मंत्री ने अपना पक्ष भेजा है. उन्होंने कहा है कि विभाग द्वारा निर्गत स्वीकृति आदेश में एरियर स्पेसफिक मिनरल मिक्सचर मिल्क फेड से खरीदने […]
रांची. छह दिसंबर को प्रभात खबर में प्रकाशित खबर विभाग की सलाह नहीं मानी, टेंडर निकाल कर खरीद लिया 4.65 करोड़ का खराब चारा को तथ्य से परे बताते हुए कृषि मंत्री ने अपना पक्ष भेजा है. उन्होंने कहा है कि विभाग द्वारा निर्गत स्वीकृति आदेश में एरियर स्पेसफिक मिनरल मिक्सचर मिल्क फेड से खरीदने और अन्य फीड सामग्री के अलावा दुग्धवर्द्धक औषधि का क्रय निर्धारित प्रकिया का पालन करते हुए खुली निविदा से खरीदने का उल्लेख है.
कंपनी ही टेंडर की शर्तें नहीं पूरी करती
खबर में मुख्य बिंदु विभाग की राय को बदल कर टेंडर प्रक्रिया से मिनरल मिक्सचर विद एमिनो एसिड खरीदने का उल्लेख है. राज्य सरकार के पैसे से होटवार में बनी फैक्ट्री मिनरल मिक्सचर विद एमिनो एसिड बनाने में सक्षम है. यह फीड प्रोडक्ट की श्रेणी में आता है, औषधि की श्रेणी में नहीं. खबर में मिनरल मिक्सचर विद एमिनो एसिड की खरीद के लिए सरकार द्वारा कोई स्पेसिफिकेशन निर्धारित नहीं करने का उल्लेख है, पर मंत्री ने इसका कोई जवाब नहीं दिया है. खबर में केपीआर को मिनरल मिक्सचर बनाने का लाइसेंस 2011 में आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा दिये जाने का उल्लेख किया गया है. टेंडर में इस क्षेत्र में कंपनी का अनुभव 10 वर्ष का होना आवश्यक करार दिया था. कंपनी को 2011 में लाइसेंस मिला है, इसलिए वह 10 वर्ष के अनुभव की शर्त को पूरा नहीं करती है. मंत्री के जवाब में इसका उल्लेख नहीं है. सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि महालेखाकार ने भी ऑडिट के बाद सरकार को भेजी गयी अपनी रिपोर्ट में विभाग की राय नहीं मान कर टेंडर करने की बात कही है. एजी की रिपोर्ट में आपूर्तिकर्ता कंपनी द्वारा टेंडर की शर्तों को पूरा नहीं करने और निम्न स्तर का मिनरल मिक्सचर विद एमिनो एसिड आपूर्ति करने का उल्लेख किया है.
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