रांची: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने झारखंड स्थित तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस) को बंद करने को कहा है. बोर्ड ने पावर स्टेशन के जरिये हो रहे वायु व जल (दामोदर नदी) प्रदूषण का हवाला दिया है. अभी 21 नवंबर को ही नोटिस जारी करते हुए बोर्ड ने पावर स्टेशन की […]
रांची: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने झारखंड स्थित तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस) को बंद करने को कहा है. बोर्ड ने पावर स्टेशन के जरिये हो रहे वायु व जल (दामोदर नदी) प्रदूषण का हवाला दिया है. अभी 21 नवंबर को ही नोटिस जारी करते हुए बोर्ड ने पावर स्टेशन की दोनों यूनिटों से उत्पादन बंद कर देने को कहा है.
इधर, प्लांट अब भी चल रहा है. इस संबंध में राज्य प्रदूषण बोर्ड के सचिव संजय कुमार सुमन ने कहा है कि सीपीसीबी ने टीटीपीएस को नोटिस भेजकर 15 दिनों में जवाब देने को कहा है. गौरतलब है कि बुधवार को 15 दिनों की मियाद पूरी हो गयी है.
सीपीसीबी की नोटिस में टीटीपीएस को सात बिंदुअों पर कार्रवाई करने को कहा गया है. दोनों यूनिट से उत्पादन बंद करके इसकी सूचना राज्य प्रदूषण बोर्ड को देने की बात कही गयी है. वहीं, दोबारा उत्पादन राज्य प्रदूषण बोर्ड से से अनुमति लेकर ही शुरू करने को कहा गया है. बोर्ड ने 15 दिनों की समय सीमा के अंदर नोटिस का जवाब नहीं पर पर्यावरण संरक्षण कानून-1986 के तहत कार्रवाई की बात कही है.
टीटीपीएस पर बोर्ड का अारोप व इसका निर्देश
दोनों यूनिटों से उत्पादन बंद करें
इसकी सूचना राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को दें
बिना एयर (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल अॉफ पॉल्यूशन) एक्ट-1981 तथा वाटर (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल अॉफ पॉल्यूशन) एक्ट- 1974 के तहत अनुमति के बगैर जनवरी 2016 से उत्पादन करना
चिमनी से वायु प्रदूषण मापने के लिए अॉनलाइन कांटीन्यूअस स्टैक इमिजन मॉनिटरिंग सिस्टम तुरंत लगायें
टीटीपीएस झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का वेस्ट मैनेजमेंट रूल-2016 का पूरी तरह से पालन करे
हवा में धूल कण जाने से रोकने के लिए यूनिट संख्या वन को इएसपी सिस्टम से जोड़ा जाये
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से नोटिस समय-समय पर दिया जाता है, ताकि जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर किया जा सके. इस बार भी नोटिस मिला है. अगले सप्ताह मैं खुद दिल्ली जाकर बोर्ड ने जिन बिंदुअों पर आपत्ति जतायी है, उसपर की गयी कार्रवाई की रिपोर्ट दूंगा. बंद करने जैसी कोई बात नहीं है.
रामअवतार साहू, एमडी, टीवीएनएल