इस मौके पर बिरसा कृषि विवि के कुलपति डॉ पी कौशल ने नये स्टार्टअप और इंटरवेंशन पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि गांवों में पशुपालन से संबंधित रोजगार को सही दिशा देने की जरूरत है. उन किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए सही बाजार से जोड़ना आवश्यक है, जिसके लिए यह स्टार्टअप महत्वपूर्ण मायने रखता है.
डिपार्टमेंट ऑफ आइटी एंड इ गवर्नेंस के मुख्य पदाधिकारी सर्वेश सिंघल ने छात्रों को इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा इसके लिए नयी नीति बनाने को कहा. सरकार इसके लिए जगह व धन की सहायता करने के लिए तैयार है. सचिव सत्येंद्र कुमार सिंह व निदेशक उमेश शाह ने कहा कि आइटी सेक्टर के बाद कृषि और पशुपालन पर भी अब विभाग जोर दे रहा है तथा छात्रों को अपने-अपने विचारों को विभाग में पंजीकृत करने को कहा. मौके पर डॉ बीके रॉय ने अौषधीय पौधे, डॉ एके सिंह ने मत्स्य पालन, डॉ सुशील प्रसाद ने मुर्गीपालन, डॉ रवींद्र कुमार ने सूकर पालन, डॉ एलबी सिंह ने बकरी पालन, डॉ नंदिनी कुमारी ने पशुपालन व डॉ एके पांडेय ने दुग्ध उत्पादन से संबंधित स्टार्टअप की जानकारी दी.