फिल्म के विरोध में दो दिसंबर को धुर्वा राम मंदिर से महारैली निकाली जायेगी. यह महारैली हिनू स्थित फन सिनेमा तक जायेगी, जहां फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली व झारखंड फिल्म बोर्ड के अध्यक्ष अनुपम खेर का पुतला दहन किया जायेगा.
यह बातें अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री हरि सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष सूरजमणि सिंह, युवा प्रदेश अध्यक्ष अविनाश सिंह, संगठन महामंत्री जगशान सिंह ने संयुक्त रूप से कही. वे गुरुवार को हिनू स्थित चेन्नई किचन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष एचएन सिंह, शैलेश्वर दयाल सिंह, विक्रम प्रताप सिंह, स्वप्निल सहित कई लोग उपस्थित थे. नेताद्वय ने कहा कि महारानी पद्मावती सहित 16000 महिलाअों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है. इतिहास से छेड़छाड़ राजपूत समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. यदि फिल्म का प्रदर्शन किया गया, तो उग्र आंदोलन शुरू किया जायेगा. यह देश व हमारे लिए प्रतिष्ठा का विषय है. देश की इज्जत से किसी को खिलवाड़ करने नहीं दिया जायेगा, चाहे वह कोई भी हो. देश के विभिन्न राज्यों ने अपने यहां फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है. पड़ोसी राज्य बिहार ने भी रोक लगा दी है, लेकिन झारखंड की रघुवर दास सरकार अब तक माैन बनी हुई है. सरकार को अपना माैन व्रत तोड़ कर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करनी चाहिए.