रांची: बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के पास वार्ड संख्या 52 के हुंडरू बस्ती में गंभीर जल संकट है. यहां आज तक जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन नहीं पहुंची है. लोगों ने अपने स्तर पर दो कुएं खुदवाये लेकिन वे भी सूख गये. मुहल्ले में पांच हजार की आबादी में एक सरकारी चापानल है, लेकिन उसमें से गंदा पानी निकलता है. वहीं अन्य तीन चापाकल खराब पड़े हैं. लोगों ने कई बार स्थानीय विधायक, पार्षद से जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने की मांग की, लेकिन अभी तक केवल आश्वासन ही मिला है. विधायक द्वारा पिछले वर्ष कुआं निर्माण को लेकर शिलान्यास भी किया गया था, कुआं तो नहीं बना शिलापट्ट भी गायब होता जा रहा है.
प्रतिदिन नहीं नहाते लोग
कुआं सूख जाने और एक ही चापाकल होने के कारण लोग करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित साइकिल पर डिब्बा रख कर पानी लाते हैं. पानी की किल्लत से सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को होती है. क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पानी नहीं होने के कारण पुरुष और बच्चे तालाब में नहाते हैं, लेकिन महिलाओं को घर पर पानी नहीं मिलता है इस लिए नहाने में बहुत दिक्कत होती है.
गंदा पानी निकलता है चापानल से
पांच हजार की आबादी में महज एक चापानल है. उससे भी गंदा पानी आता है. चापाकल से पानी लेने के लिए भी लाइन लगी रहती है. चापाकल से अधिक पानी निकालने पर खराब हो जाता है. जिसे लोग अपने स्तर से ही निजी मिस्त्री से ठीक कराते हैं.