अरुणाचल प्रदेश से आयीं डॉ जोराम आनिया कहती हैं कि भावनात्मक तौर पर देश से जुड़ेंगे, तभी देश में एकता होगी. मैं भी देश की सीमा क्षेत्र से आती हूं. मैं परिषद से काफी प्रभावित रही हूं. यही वजह है कि परिषद के साथ आज भी हूं. अभाविप की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी डॉ आनिया कहती हैं कि हमेशा यही प्रयास करती हूं कि देश की अखंडता को बनाये रखने के लिए परिषद में युवा शक्ति दिखे. इटानगर विवि में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत डॉ आनिया का कहना है कि युवा गलत रास्ते पर न चलें, इसके लिए केंद्र सरकार को भी विशेष नीति बनानी होगी, जो सशक्त और प्रभावी रहे.
रांची. अभाविप के राष्ट्रीय अधिवेशन से पूर्व बुधवार को आड्रे हाउस में परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक हुई. इसमें अधिवेशन में लाये जाने वाले प्रस्तावों का अनुमाेदन किया गया. कहा गया कि देश में सभी नीतियां उच्च शिक्षा व स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बने, जो युवाओं के बीच प्रत्यक्ष रूप से चले ताकि रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें.
कार्यकारिणी की बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किये गये. वहीं, रोजगार की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई. वक्ताओं ने कहा कि रोजगार की संभावनाओं वाले क्षेत्र जैसे फार्मास्यूटिकल, इंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक संस्थान भी खुले ताकि, ज्यादा से ज्यादा रोजगार उत्पन्न हो सके.
इसके अलावा तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चीन की आर्थिक विस्तारवादी नीति एक चुनौती है. एेसे में युवाओं से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का आह्वान किया गया. परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ नागेश ठाकुर ने कहा कि पिछले दिनों परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल के कस्तुरी रंगन से मिला और उन्हें नयी शिक्षा नीति पर प्रस्ताव सौंपा. श्री रंगन ने प्रस्ताव की सराहना की. डॉ नागेश ने कहा कि विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थानों में काफी सुधार की आवश्यकता है.
जनजातीय समाज के योगदान व उनके विकास पर अधिवेशन में प्रस्ताव भी लाया जायेगा. केरल में हुई कार्यकर्ताओं की रैली की सराहना की. कहा कि यह रैली वामपंथी हिंसा के खिलाफ थी. जहां कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी. उन्होंने आह्वान किया कि इन कुकृतियों को उजागर कर इन्हें कुचलने का काम किया जायेगा. वहीं, राष्ट्रीय मंत्री मोनिका चौधरी ने वैश्विक अर्थजगत में भारत का बढ़ता प्रभुत्व विषय पर अपनी बातें रखीं.
इस दौरान ऑल आउट ऑपरेशन में नक्सली नेताओं द्वारा आत्मसमर्पण या चीन द्वारा पेश की जा रही सुरक्षा चुनौतियों को प्रस्ताव में जोड़ने पर चर्चा की गयी. बैठक में स्वागत समिति के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी, महापौर आशा लकड़ा, उप महापौर संजीव विजयवर्गीय,डॉ पंकज कुमार, व्यवस्था प्रमुख आशीष आनंद,कौशल शर्मा व महानगर अध्यक्ष डॉ पंपा सेनविश्वास समेत काफी संख्या में कार्यकारिणी के पदाधिकारी शामिल थे.
शहर के 15 चौक-चौराहों पर होर्डिंग लगाने का मेयर ने दिया आदेश
रांची. राजधानी रांची में एबीवीपी का राष्ट्रीय अधिवेशन 30 नवंबर से तीन दिसंबर तक आयोजित किया जायेगा. आयोजन की सफलता को लेकर मेयर आशा लकड़ा ने अपर नगर आयुक्त को पत्र लिखा है. पत्र में मेयर ने लिखा है कि बाहर से आने वाले एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के स्वागत के लिए रांची नगर निगम शहर के 15 चौक-चौराहों पर होर्डिंग लगाये. इस होर्डिंग में यह लिखा हुआ रहे कि राष्ट्रीय अधिवेशन में रांची आये हुए एबीवीपी के सभी कार्यकर्ताआें का हार्दिक अभिनंदन रांची नगर निगम करता है. यह लिखने का निर्देश दिया गया है.
पत्र पढ़कर अधिकारी असमंजस में पड़े :मेयर के इस पत्र के बाद नगर निगम के अधिकारी असमंजस में पड़े हुए हैं. अधिकारियों काे यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर किस फंड से यह होर्डिंग लगवाया जाये. अगर निगम मेयर के कहे अनुसार यह होर्डिंग लगाता है, तो बाद में ऑडिट की इसमें आपत्ति होगी. वहीं, अगर नहीं लगाता है, तो मेयर के गुस्से का शिकार होना पड़ेगा. ज्ञात हो कि किसी राजकीय अतिथि के आगमन पर रांची नगर निगम चाहे, तो स्वागत में होर्डिंग लगा सकता है. लेकिन, किसी छात्र संगठन के अधिवेशन पर निगम का होर्डिंग लगाया जाना समझ से परे है.
तीन सड़कों के पोल कियोस्क हुए बुक :अधिवेशन को लेकर रांची नगर निगम ने शहर के तीन प्रमुख सड़कों के पोल कियोस्क को खाली करवा दिया है. यहां अब अधिवेशन को लेकर बिजली के खंभे पर बैनर व पोस्टर लगाये जायेंगे.
हमने कोई होर्डिंग लगाने का आदेश नहीं दिया है. एबीवीपी वालों ने होर्डिंग लगाने का आदेश मांगा था. उसी को हमने निगम के अधिकारियों को अग्रसारित किया है.
आशा लकड़ा मेयर नगर निगम