वक्ताओं ने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गयी, तो आंदोलन को और उग्र किया जायेगा. शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षक स्थायी शिक्षक बनने के सभी मापदंड को पूरा करते हैं. इसके बाद भी उनका समायोजन नहीं किया जा रहा है. इससे शिक्षकों में काफी आक्रोश है.
अगले वर्ष अप्रैल में शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र की मान्यता भी समाप्त हो जायेगी. वक्ताओं ने सरकार से जल्द से जल्द शिक्षकों को स्थायी करने की मांग की. धरना देनेवालों में मनाेज यादव, मोहन मंडल, जगदीश महतो, सत्यदेव तिवारी, नीरज कुमार समेत सैकड़ों शिक्षक शामिल हैं.