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317 गोदामों में से केवल 235 में हो रहा है भंडारण

रांची : राज्य में गोदामों की कमी के कारण अनाज का भंडारण नहीं हो पा रहा है. पिछले सात वर्षों के दौरान राज्य में 1.90 लाख मीट्रिक टन भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए कुल 420 गोदाम निर्माण की योजना बनायी गयी. उसमें से 317 गोदामों का निर्माण ही किया जा सका. पिछले तीन वर्षों में […]

रांची : राज्य में गोदामों की कमी के कारण अनाज का भंडारण नहीं हो पा रहा है. पिछले सात वर्षों के दौरान राज्य में 1.90 लाख मीट्रिक टन भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए कुल 420 गोदाम निर्माण की योजना बनायी गयी. उसमें से 317 गोदामों का निर्माण ही किया जा सका. पिछले तीन वर्षों में सरकार केवल एक ही गोदाम का निर्माण कर सकी है. जबकि निर्मित गोदामों में से 271 का ही हस्तांतरण हो सका है. इसमें से केवल 235 गोदाम ही कार्यरत हो सके हैं.

इन गोदामों में लक्ष्य के विरुद्ध 96250 मीट्रिक टन भंडारण किया जा रहा है. स्वीकृत 420 गोदामों में से 103 गोदामों का निर्माण पूरा नहीं किया जा सका है. इन गोदामों के पूरा होने से 67,000 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता निर्मित होती. इनमें से 20,500 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता वाले 33 गोदामों का कार्य जमीन के अभाव में शुरू नहीं किया जा सका. इसके फलस्वरूप गोदाम निर्माण के लिए विमुक्त किये गये 8.72 करोड़ रुपये विभिन्न जिलों के आपूर्ति पदाधिकारियों के खाते या भवन निर्माण विभाग के जमा शीर्ष खाते में रखे हुए हैं.

वहीं, 317 पूर्ण गोदाम में से 46 गोदामों के निर्माण में 5.14 करोड़ की लागत आयी. इससे 16,250 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता का निर्माण हुआ. हालांकि, टूटी छत, दीवार और पहुंच पथ के अभाव में इन गोदामों को क्रियान्वित नहीं किया जा सका. भवन निर्माण विभाग द्वारा खाद्य आपूर्ति विभाग को हस्तांतरित किये गये 271 गोदामों में से भी 36 गोदाम कार्यरत नहीं हैं. इससे वांछित भंडारण क्षमता प्राप्त नहीं की जा सकी है.

गोदाम निर्माण की योजना

वर्ष स्वीकृत निर्मित कार्यरत

2009-10 123 119 106

2010-11 153 134 75

2011-12 41 27 14

2012-13 55 34 29

2013-14 24 03 01

2014-15 03 00 00

2015-16 21 00 00

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