रांची : लातेहार और गढ़वा जिला, छत्तीसगढ़ के बलरामपुर और यूपी के सोनभद्र के इलाके से सटा है बूढ़ा पहाड़. नक्सलियों का गढ़ के रूप में चर्चित इस पहाड़ को प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य अरविंद जी और सुधाकरण लंबे समय से अपना ठिकाना बनाये हुए है.
इस क्षेत्र को जानने वाले बताते हैं कि फिलवक्त अरविंद और सुधाकरण बूढ़ा पहाड़ के ऊपरी हिस्से में स्थित जोंको नाले के क्षेत्र में विशेष बंकर बना रह रहा है. क्योंकि जोंको नाला क्षेत्र के चारों ओर माओवादियों ने लैंड माइन बिछा रखा है. यही वजह है कि बूढ़ा पहाड़ का दुर्गम क्षेत्र अब भी नक्सलियों के लिए सेफ और पुलिस के लिए चुनौती का सबब बना हुआ है. पिछले 22 दिनाें से जारी नक्सल अभियान के बाद एक टीम वापस लौटी है, तो दूसरी टीम अभियान में फिर से जुट गयी है. झारखंड पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ के कुजरूम, तिसिया, करमडीह, लाटू, चेमो, पिपराढ़ाबा व सानिया में और छत्तीसगढ़ की बलरामपुर पुलिस चेरहू, बहागढ़, नवाटोली, पुंदाग और बूढ़ा ग्राम में अस्थाई पिकेट बना कर नक्सलियों की घेराबंदी किये हुए है.