काफी देर तक वह जीवित था, लेकिन जब तक एंबुलेंस आया तब तक उसकी मौत हो गयी. रेलवे और स्थानीय पुलिस के अधिकार क्षेत्र को लेकर कई घंटों तक शव पड़ा रहा. शाम को खलारी पुलिस इंस्पेक्टर एसके श्रीवास्तव शव को अपने कब्जे में थाना लाये. इंस्पेक्टर श्रीवास्तव ने बताया कि 15 नवंबर को उसे बेटी हुई है, इसे लेकर वह ससुराल आया हुआ था.
शनिवार को ससुरालवालों से कुछ विवाद हुआ था. इंस्पेक्टर ने बताया कि प्रसेनजीत के पटरी पर आकर बैठने के पीछे उसकी आत्महत्या की मनसा हो सकती है.