रांचीः गरमी में लोगों को पानी की आपूर्ति करने के लिए डैम में पर्याप्त पानी है. मानसून ब्रेक होने तक शहर में पानी की सप्लाई के लिए रूक्का, हटिया और गोंदा डैम में जरूरत से ज्यादा पानी है. रविवार तक रूक्का डैम में 1916 फीट एक इंच, गोंदा डैम में 2119 फीट चार इंच और हटिया डैम में 2400 फीट पानी था. पानी की यह मात्र पिछले वर्ष की तुलना में चार से आठ इंच तक ज्यादा है. इससे बावजूद भी शहर में जल संकट है.
सबसे ज्यादा रूक्का डैम से पानी की आपूर्ति
शहर को रोज 39 एमजीडी (मिलियन गैलन पर डे) पानी की जरूरत पड़ती है. रूक्का डैम से शहर को सबसे ज्यादा 27 एमजीडी पानी मिलता है. वहीं, हटिया डैम से आठ और गोंदा डैम से चार एमजीडी पानी की आपूर्ति की जाती है. कांके डैम के एसडीओ राजेश कुमार कहते हैं : तीन साल पहले बारिश नहीं होने के कारण डैम सूखने की कगार पर पहुंच गया था. उसके बाद से परेशानी नहीं हुई. डैम में 15 जून ( मानसून की संभावित तिथि ) तक आपूर्ति करने लायक पानी है. रूक्का डैम के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह कहते हैं : डैमों से रोज लगभग एक इंच पानी कम हो रहा है. इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. जून महीने तक पानी की सप्लाई करने के लिए जरूरत से अधिक पानी डैमों में मौजूद है.
नहीं हो रही है नियमित जलापूर्ति
डैमों में जरूरत से ज्यादा पानी है. बावजूद इसके शहर में पानी का संकट है. मोहल्लों में नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है. बिजली की अनियमितता के कारण डैमों से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. राजधानी के कई इलाकों में दो-दो, तीन-तीन दिन तक पानी नहीं आता है. लोग चापानल और बोरिंग पर आश्रित हैं.