18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ के फैसले के विरोध में उतरे कई अधिकारी, जातिवाद का लगाया आरोप

रांची : झारखंड सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा राज्य सरकार के भ्रष्ट कर्मियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है. कर्मचारियों से अधिकारी तक को घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा जा रहा है. इसी क्रम में घूस मांगने के शिकायत पर हजारीबाग के बरकट्ठा के सीओ मनोज तिवारी को एसीबी ने घूस लेते पकड़ा था. कल इस […]

रांची : झारखंड सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा राज्य सरकार के भ्रष्ट कर्मियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है. कर्मचारियों से अधिकारी तक को घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा जा रहा है. इसी क्रम में घूस मांगने के शिकायत पर हजारीबाग के बरकट्ठा के सीओ मनोज तिवारी को एसीबी ने घूस लेते पकड़ा था. कल इस कार्रवाई के विरोध में हजारीबाग में झारखंड प्रशासनिक सेवा की एक बैठक की गयी थी. इस बैठक में झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ ने कार्रवाई के विरोध में चार दिनों के सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला लिया था लेकिन आज इस फैसले को लेकर झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ में ही फूट पड़ गयी. कई अधिकारी सामूहिक अवकाश पर जाने के फैसले के खिलाफ उतर आये.अधिकारियों ने कहा इससे पूर्व भी पिछड़ी, एससी, एसटी वर्ग के अधिकारियों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा था लेकिन उस दौरान झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ ने कोई संज्ञान नहीं लिया.

पांच हजार रुपये घूस लेते सीओ मनोज तिवारी गिरफ्तार

कृष्णा कन्हैया राजहंस, अनुमंडल पदाधिकारी ने गुमला के उपायुक्त को पत्र लिखकर बताया कि विगत दिनों में मनोज तिवारी, अंचल पदाधिकारी, बरकट्ठा के विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा कार्रवाई की निंदा करता हूं. परंतु इससे पूर्व अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ी जाति के प्रशासनिक अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा की गयी कार्रवाई को संज्ञान नहीं लिया गया. इसलिए मैं झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ के इस अह्वान में शामिल नहीं हूं. गुमला के भूमि सुधार उपसमाहर्ता अंजना दास ने भी गुमला उपायुक्त को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी.
झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ के फैसलेकीचहुंओर निंदा
सोशल मीडिया पर झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ के इस फैसले की निंदा हो रही है और कहा जा रहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों के समर्थन में उतरकर प्रशासनिक सेवा संघ क्या जताना चाह रहा है? रिश्वत लेने की प्रवृति को किसी भी कीमत में सही नहीं ठहराया जा सकता है और जब अधिकारी रंगे हाथ घूस लेते पकड़े जा रहे हों तो इस बात का समर्थन करना नैतिकता के चरम पतन को दर्शाता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें