24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड : सांस की नली में 1 साल से फंसी थी मटन की हड्डी, डॉक्टरों ने चला दी थी अस्थमा की दवा, फिर….

रांची : रेलवे में स्टेशन मास्टर डीके सिंह की सांस की नली में फंसी मटन की हड्डी एक साल बाद निकल गयी. वह सांस की नली में मटन की हड्डी फंसने से खांसी से परेशान थे. पटना व एम्स के कई चिकित्सकों को दिखाने के बाद बीमारी पकड़ में नहीं आ रही थी. एक्सरे जांच […]

रांची : रेलवे में स्टेशन मास्टर डीके सिंह की सांस की नली में फंसी मटन की हड्डी एक साल बाद निकल गयी. वह सांस की नली में मटन की हड्डी फंसने से खांसी से परेशान थे. पटना व एम्स के कई चिकित्सकों को दिखाने के बाद बीमारी पकड़ में नहीं आ रही थी. एक्सरे जांच में भी कुछ पता नहीं चल रहा था. इससे मरीज का सही इलाज नहीं हो पा रहा था. यह बातें सोमवार को पत्रकार वार्ता में छाती व सांस रोग विशेषज्ञ डॉ निशिथ कुमार ने कही.
उन्होंने कहा कि मरीज आर्किड अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा. ब्रोकोस्कोपी से मरीज की सांस की नली की जांच की गयी. जांच में पाया गया कि उनकी सांस की नली में एक हड्डी फंसी हुई है.
इसके बाद ब्रोकोस्कोपी से उसे निकाला गया. यह हड्डी दो सेंटीमीटर की थी. आेपीडी में ही इलाज होने से कुल पांच हजार का खर्च आया. वहीं अभी तक वह इलाज के लिए 75 हजार रुपये खर्च कर चुके थे.
डॉक्टरों ने चला दी थी अस्थमा की दवा : डॉ निशिथ ने बताया कि डॉक्टरों को बीमारी समझ नहीं अाने से वह संक्रमण व अस्थमा की दवा लिख रहे थे. इससे मरीज पर अनावश्यक दवा का बोझ बढ़ गया था. अब मरीज को अस्थमा की दवा बंद कर दी गयी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें