एयरपोर्ट के अधिकारी ने बताया कि कई बार टैग लगाने और टैग के ऊपर सुरक्षा जांच करने का सबूत देने के लिए की जाने वाली स्टैंपिंग में जो समय बरबाद होता था, वह बचेगा. अब तक की प्रैक्टिस में यात्रियों की जांच करने के बाद उनके हैंड बैगेज में लगे टैग पर उस वक्त ड्यूटी पर तैनात सीआइएसएफ का जवान अपने नंबर वाली स्टैंप लगाता है.
इसका मकसद यह है कि अगर किसी हैंड बैग की सुरक्षा में कोई चूक हुई, तो पता लगाया जा सकेगा कि उसे किस अधिकारी ने चेक किया था, लेकिन अब ऐसा नहीं किया जायेगा. अधिकारी ने बताया कि यह फैसला अभी एक हफ्ते के लिए लिया गया है. इसके अच्छे परिणम सामने अाने पर हमेशा के लिए इसे लागू किया जायेगा.