इससे युवाओं को छोटे स्तर के बिजनेस से बड़ा उद्योग खड़ा करने में मदद मिल सकती है. श्रीमती वर्मा शनिवार को रांची के होटल बीएनआर में आयोजित झारखंड स्टार्ट अप पिच चैलेंज विषय पर आयोजित सेमिनार में बोल रही थीं. उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप के लिए सरकार ने नया फंड तैयार किया है. स्टार्ट अप बिजनेस के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध करायी जा रही है.
स्टार्ट अप बिजनेस की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य, सामाजिक, पैकेजिंग, हाउस कीपिंग, प्रोडक्शन, सर्विस आदि क्षेत्रों में युवा नये आइडिया के साथ आगे आ रहे हैं. राज्य में आइआइएम अहमदाबाद के सहयोग से इनोवेशन लैब चलाया जा रहा है. वहां एक ही छत के नीचे युवाओं का नया आइडिया तराशने का काम किया जाता है. राज्य सरकार की नीतियों की जानकारी दी जाती है. बिजनेस के लिए मार्केट तैयार किया जाता है. फंड की व्यवस्था की जाती है. मुख्य सचिव ने कहा कि स्टार्ट अप रोजगार के अवसर बढ़ाने की चाबी है.
इससे राज्यों की दशा व दिशा में सुधार होने के साथ देश का जीडीपी भी बढ़ेगी. बिजनेस के तरीके में बदलाव आयेगा. उन्होंने कार्यशाला में आये युवाओं से सुझाव भी मांगे. इसके पहले सूचना एवं प्रौद्योगिकी सचिव सतेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार नये युवा और ऊर्जावान बिजनेस मैन को प्रोत्साहित कर रही है. सेमिनार में स्टेट टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया के डीजी ओंकार राय, आइआइएम रांची के निदेशक शैलेंद्र सिंह, मानस पंडा, सिद्धार्थ राय, उमेश शाह के अलावा एसएलबीसी, एनआइटी समेत अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अलावा स्टार्ट अप से जुड़े युवा शामिल हुए.