रांची : क्या एक मुसलमान लड़की योगा टीचर नहीं हो सकती ? यह सवाल आज देश में जैसे बड़ा मुद्दा बन गया है. जी हां , रांची की एक लड़की राफिया नाज को इसी बात के लिए लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है, क्योंकि वह लोगों को योग सिखा रही हैं. प्रभात खबर डाॅट कॉम से बातचीत में राफिया ने बताया कि कुछ कट्टरपंथी लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जबकि उन्हें अपने समाज का समर्थन प्राप्त है. यह लोग सस्ती लोकप्रियता के लिए उन्हें बदनाम कर रहे हैं, जबकि मैंने कोई भी ऐसा काम नहीं किया , जिससे हमारे समाज का या धर्म का कोई नुकसान हो. उन्होंने कहा कि मैं मुसलमान हूं और योग सिखाती हूं इस बात पर लोग राजनीति कर रहे हैं जबकि इससे राजनीति का कोई लेना-देना नहीं है.
मेरे परिवार ने हमेशा मेरा साथ दिया है. मेरे पापा खुद मुझे योग सिखाने के लिए लेकर जाते थे. मैं जब चार साल की थी उसी वक्त से योग कर रही हूं . मेरा नाम आज कोई पहली बार अखबार में नहीं आया, योग के कारण मैं हमेशा अखबारों में छपती रही हूं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि आखिर इन कट्टरपंथियों को मुझसे क्या परेशानी है, जबकि कई मुस्लिम नेताओं ने मुझे ‘शेरे-ए-हिंद’ कहा है.
रांची : मुसलिम महिला को योग सिखाने की वजह से मिल रही थी धमकी, सीएम ने लिया संज्ञान
आज एक टीवी चैनल पर लाइव शो में एक मौलाना नदीमुद्दीन ने उनके खिलाफ अपशब्द का तो प्रयोग किया ही यहां तक कह दिया कि तुम्हारे जनाजे की नमाज कोई मुसलमान नहीं पढ़ेगा. मौलावा नदीमुद्दीन का कहना है कि राफिया इस्लाम को बदनाम कर रही है और महज पब्लिसिटी के लिए वह योग का सहारा ले रही है. वही राफिया ने मौलाना से सवाल किया कि वह बतायें कि क्या इस्लाम में योग हराम है? क्या एक मुसलमान को योग नहीं करना चाहिए. उनके इस सवाल पर मौलना चुप हो गये और कहा कि योग करने की इस्लाम में मनाही नहीं है, लेकिन एक औरत मर्दों को योग की ट्रेनिंग दे, यह इस्लाम के खिलाफ है. उन्होंने राफिया को नौटंकीबाज बताया और कहा कि वह इस्लाम को बदनाम कर रही है, अगर उसे योग सिखाना है तो वह इस्लाम में नहीं रह सकती और उसे अपना नाम बदलना होगा. इसपर राफिया ने कहा कि वह एक मुसलमान के घर पैदा हुई और उसका ईमान पाक है. वह सच्चे दिल से मुसलमान है और उसे खुदा पर पूरा भरोसा है. वह अपना नाम क्यों बदले जबकि वह एक पाक दिल मुसलमान है. राफिया ने कहा कि उसका खुदा उसके साथ है उसे किसी का कैसा डर? उसने कहा कि उसका परिवार और उसका कौम उसके साथ है, फिर भी कुछ कट्टरपंथी लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. उसके घर पर हमले किये जा रहे हैं. राफिय ने मौलना से कहा कि वह जब चार साल की थी तभी से योग कर रही है. उसकी तसवीर 2005 से अखबारों में प्रकाशित होती रही है, फिर आज क्यों मैं लोगों को अखर रही हूं कि मेरे खिलाफ फतवा जारी कर दिया गया है. राफिया ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों कट्टरपंथियों को कभी सानिया का स्कर्ट दिखता है तो कभी मेरा योग.