रांची: नेशनल प्रोग्रामिंग फॉर हेल्थ केयर ऑफ इल्डरली कार्यक्रम के तहत रिम्स में मंंगलवार को जेरियेट्रिक ओपीडी का शुभारंभ किया गया. पहले दिन ओपीडी में 16 बुजुर्गों काे परामर्श दिया गया. ओपीडी में मेडिसिन, सर्जरी, आई, इएनटी एवं हड्डी विभाग के डॉक्टर टीम में शामिल हुए. ओपीडी दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक […]
रांची: नेशनल प्रोग्रामिंग फॉर हेल्थ केयर ऑफ इल्डरली कार्यक्रम के तहत रिम्स में मंंगलवार को जेरियेट्रिक ओपीडी का शुभारंभ किया गया. पहले दिन ओपीडी में 16 बुजुर्गों काे परामर्श दिया गया. ओपीडी में मेडिसिन, सर्जरी, आई, इएनटी एवं हड्डी विभाग के डॉक्टर टीम में शामिल हुए.
ओपीडी दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक चला, जिसमें 60 साल से अधिक उम्र वाले मरीज परामर्श के लिए आये. नोडल ऑफिसर डॉ जेके मित्रा ने बताया कि रिम्स में रीजनल जेरियेट्रिक सेंटर बनाना है.
इसके तहत रिम्स में बुजुर्गों के लिए अलग जेरियेट्रिक वार्ड बनाया जायेगा. इसमें ओपीडी में परामर्श के बाद उनको उसी वार्ड में भर्ती किया जायेगा. जानकारी के अनुसार रिम्स प्रबंधन ने वर्तमान में संचालित सीओटी, जहां पहले कार्डियोलॉजी का ओपीडी संचालित होता था वहां जेरियेट्रिक वार्ड के लिए जगह दिया गया है. हालांकि, अभी वार्ड तैयार करने में समय लगेगा.