रांचीः झारखंड हाइकोर्ट में न्यायाधीशों की कमी के कारण मामलों का त्वरित निष्पादन नहीं हो रहा है. हाइकोर्ट में लगभग 68,495 (जून 2013 तक) से अधिक मामले लंबित हो गये हैं. हाइकोर्ट में न्यायाधीशों के 20 पद स्वीकृत हैं. मुख्य न्यायाधीश आर भानुमति सहित 11 न्यायाधीश कार्यरत है. फिलहाल नौ पद रिक्त पड़े हुए हैं.
जस्टिस एनएन तिवारी अगले माह सेवानिवृत्त हो जायेंगे. जजों की संख्या के मामले में झारखंड से बेहतर स्थिति उत्तराखंड व छत्तीसगढ़ हाइकोर्ट की है. उत्तराखंड में न्यायाधीशों के नौ पद हैं, जिनमें से सात कार्यरत हैं, जबकि छत्तीसगढ़ हाइकोर्ट में 18 स्वीकृत पद में से 13 पर कार्यरत हैं.
सूत्रों ने बताया कि बार कोटा के पदों को भरने के लिए कई बार योग्य अधिवक्ताओं का नाम झारखंड हाइकोर्ट से भेजा गया, लेकिन अधिकतर नाम वापस हो गये हैं. सर्विस कोटा से न्यायाधीश नियुक्त करने के लिए एक न्यायिक अधिकारी का नाम भेजा गया है, जिस पर निर्णय होना है.