वह मैथिली के सर्वोपरि कवि के रूप में जाने जाते हैं. मिथिला के लोगों को देसिल बयना सब जन मिट्ठा का सूत्र देकर उन्होंने लोकभाषा की जनचेतना को जीवित करने का प्रयास किया. वहीं, काव्य गोष्ठी में डॉ नरेंद्र कुमार, डॉ विद्यानाथ झा, नमो नाथ झा, आत्मेश्वर झा, ब्रज कुमार झा ने भाग लिया.
कार्यक्रम का उदघाटन विधायक नवीन जायसवाल ने किया. विद्यापति संगीत कार्यक्रम में बबीता झा ने विद्यापति रचित गीत : चंदा जूनि उगु, गे मई चंद्रमुखी सन गौरी हमर छथि…आदि गीत प्रस्तुत किये. इससे पहले मंच के सदस्यों ने मेन रोड स्थित महाकवि की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर मंच के सदस्य भारतेंदु झा, ब्रज किशोर झा, विनोदानंद झा, अभय कुमार झा, जयंत कुमार झा, अरुण झा व अन्य स्वयंसेवक उपस्थित थे.