रांची: झारखंड के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है. इन बच्चों ने कई मौकों पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने को साबित किया है. इसलिए बच्चे नयी सोच के साथ आगे बढ़ें. शिक्षकों को चाहिए कि बच्चों का सहयोग करें. शिक्षक, बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा को पहचान कर उसे आगे बढ़ायें. उक्त […]
रांची: झारखंड के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है. इन बच्चों ने कई मौकों पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने को साबित किया है. इसलिए बच्चे नयी सोच के साथ आगे बढ़ें. शिक्षकों को चाहिए कि बच्चों का सहयोग करें. शिक्षक, बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा को पहचान कर उसे आगे बढ़ायें. उक्त बातें स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की मंत्री डॉ नीरा यादव ने कही. वे बुधवार को दो दिवसीय झारखंड राज्य स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान सेमिनार के समापन समारोह में बोल रही थीं. सेमिनार का आयोजन जिला स्कूल सभागार में किया गया. मालूम हो कि राज्य के बच्चों ने विज्ञान सेमिनार में राष्ट्रीय स्तर पर आठ बार सफलता पायी है.
डॉ यादव ने कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों का मनोबल बढ़ता है. उन्हें अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका मिलता है. उन्होंने कहा कि विदेशों में थ्योरी की जगह प्रयोग करने को अधिक महत्व दिया जाता है. इससे बच्चे जल्दी सीखते हैं, और जो सीखते हैं, उसे भूलते नहीं हैं.
सरकारी विद्यालयों में जो कमी थी उसे दूर किया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावर ने कहा कि सेमिनार का आयोजन बिड़ला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी संग्रहालय परिषद कोलकाता एवं स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है. राज्य स्तर पर सफल प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर के विद्यार्थी विज्ञान सेमिनार में भाग लेंगे. सेमिनार का मुख्य विषय था ‘स्वच्छ भारत: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका संभावनाएं और चुनौतियां’. कार्यक्रम का संचालन सरिता चंद्रा ने किया. निर्णायक मंडल में डॉ अरविंद कुमार, डॉ अजय साहा, डॉ नमिता पॉल शामिल थीं. कार्यक्रम को सफल बनाने में अशोक सिंह, ओम प्रकाश उपाध्याय समेत अन्य शिक्षकों ने योगदान दिया.
18 जिलों के प्रतिभागी शामिल
राष्ट्रीय विद्यार्थी विज्ञान सेमिनार में रामकृष्ण विद्यापीठ देवघर के यशवर्द्धन झारखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे. वे नौ नवंबर को कोलकाता में होने वाले राष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेंगे. राज्य स्तरीय सेमिनार में यशवर्द्धन काे पहला, दिव्यांशु पांडेय को द्वितीय व उर्सुलाइन कॉन्वेंट बालिका विद्यालय जामपानी सिमडेगा की प्रियंका कुमारी को तृतीय स्थान मिला. सभी सफल प्रतिभागियों को शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने पुरस्कृत किया. सेमिनार में राज्य 18 जिलों के प्रतिभागियों ने भाग लिया.