रांचीः बेंगलुरु में काम करने गये रामगढ़ व बोकारो के 20 मजदूरों को भाग कर वापस रांची आना पड़ा. इन मजदूरों को फिलहाल सीपीआइ (एमएल) के काली स्थान रोड स्थित कार्यालय में शरण दिया गया है.
मजदूरों ने बताया कि उन्हें इस वर्ष 21 जनवरी को उमेश महतो नामक ठेकेदार काम दिलाने व अच्छी मजदूरी दिलाने के नाम पर बेंगलुरु ले गया था. मजदूरों को बेंगलुरु के हसन रोड स्थित अशोकापाली, थाना इडु क्षेत्र में नंदी फोम कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम दिलाया गया.
मजदूरों से एक रेलवे ब्रिज में काम कराया जा रहा था. ठेकेदार ने कहा था कि वहां मिस्त्री को 12,500 रुपये व हेल्पर को आठ हजार रुपये माह वेतन दिये जायेंगे, लेकिन वहां उन्हें बंधुआ मजदूरों की तरह प्रतिदिन 12 घंटे तक काम कराया गया. इन्हें सप्ताह में 150 से 200 रुपये दिये जाते थे.