वह मंगलवार को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर बूटी मोड़ स्थित सूर्यमुखी दिनेश आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं एमडीएलएम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में पेन मैनेजमेंट पर आयुर्वेद की भूमिका विषय पर आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में दर्द के लिए प्रकृति व बीमारी में सामंजस्य स्थापित किया जाता है. आयुर्वेद कॉलेज की छात्रा ज्योति मिश्रा ने बताया कि दर्द के निदान के लिए दवाओं के साथ वात के कारणों को खोज कर इलाज किया जाता है. इसके लिए लेप लगाकर, मसाज कर, बालू को गर्म कर सेंकने से एवं आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के पत्तों से सेंक कर इलाज किया जाता है. समारोह की अध्यक्षता चिकित्सा निदेशक डॉ आरसी झा ने की.
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राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर सेमिनार, चिकित्सकों ने कहा आयुर्वेद में सभी तरह के दर्द की कारगर व सटीक दवा
रांची: आयुर्वेद चिकित्सक डॉ राजकुमार मिश्रा ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में पेन मैनेजमेंट की सटीक व कारगर दवा है. आयुर्वेद में शमन व शोधन दो चिकित्सा पद्धति के माध्यम से इलाज किया जाता है. शमन चिकित्सा पद्धति में दर्द के निवारण के लिए प्राकृतिक चीजों जैसे हल्दी, अश्वगंधा आदि का प्रयोग किया जाता […]
रांची: आयुर्वेद चिकित्सक डॉ राजकुमार मिश्रा ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में पेन मैनेजमेंट की सटीक व कारगर दवा है. आयुर्वेद में शमन व शोधन दो चिकित्सा पद्धति के माध्यम से इलाज किया जाता है. शमन चिकित्सा पद्धति में दर्द के निवारण के लिए प्राकृतिक चीजों जैसे हल्दी, अश्वगंधा आदि का प्रयोग किया जाता है, जो काफी लाभकारी होता है.
कॉलेज में बेहतर शिक्षा का है माहौल : विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश शरण ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आयुर्वेद पुरानी चिकित्सा पद्धति है. राज्य में इस चिकित्सा पद्धति को विकसित करने की जरूरत है. सूर्यमुखी दिनेश आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज परिसर का भ्रमण करने के बाद ऐसा लगा कि यहां शिक्षा का बेहतर माहौल विद्यार्थियों को मिल रहा है. सिद्धो-कान्हू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा मानव जीवन की उत्पत्ति के समय की पद्धति है. इस चिकित्सा पद्धति का वेदों में वर्णन किया गया है. मुख्य अतिथियों द्वारा कॉलेज में लिफ्ट व माड्यूलर किचन का उदघाटन किया गया. स्वागत भाषण डॉ हरिहर प्रसाद पांडेय ने दिया. मंच संचालन प्राचार्य डॉ अमिताभ कुमार ने किया. मौके पर डॉ अर्चना पाठक सहित कॉलेज के शिक्षक मौजूद थे.
विधि-विधान से हुई धन्वंतरि की पूजा
सेमिनार से पूर्व आयुर्वेद कॉलेज परिसर में भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना की गयी. भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा के समीप विद्वान पंडितों ने विधि-विधान से पूजा संपन्न करायी. मुख्य यजमान के रूप में कॉलेज के निदेशक डॉ हरिहर प्रसाद पांडेय शामिल हुए. छात्र-छात्राओं ने भगवान धन्वंतरि से बेहतर शिक्षा का आशीर्वाद मांगा. पूजा में विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश शरण एवं सिद्धो-कान्हू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनोरंजन प्रसाद सिन्हा भी शामिल हुए.
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