रांची: माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कहा है कि झारखंड में गरीबों की आवाज नहीं सुनी जाती है. यहां की राजनीति में गरीबों के लिए कोई स्थान नहीं है. यहां भाजपा व कांग्रेस लूट मचा रही है. यूपीए गंठबंधन लूट की साजिश कर रही है.
आदिवासी, दलित व गरीब परिवार कुपोषण व भुखमरी के शिकार हैं. वहीं दिल्ली के गोदामों में छह करोड़ टन अनाज सड़ रहे हैं. किसान कर्ज से लद रहे हैं, जबकि बड़े पूंजीपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है. इस तरह 575 हजार करोड़ कर्ज माफ किया गया है. वह बुधवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष आयोजित जन सत्याग्रह में बोल रही थीं. इसके पूर्व माकपा के कार्यकर्ता जयपाल सिंह स्टेडियम में जमा हुए. वहां से डीसी ऑफिस तक मार्च निकाला, फिर डीसी ऑफिस के पास सभा की.
मौके पर सचिव गोपीकांत बक्सी ने कहा कि यहां लोगों को खाद्य सुरक्षा नहीं मिल रही है. हर परिवार को दो रुपये प्रति किलो के हिसाब से 35 किलो अनाज देने की मांग लगातार की जा रही है, फिर भी सरकार चुप्पी साधे हुए है. राजेंद्र सिंह मुंडा ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि सभी गरीबों को अनाज मिले. मौके पर सुफल महतो, प्रफुल्ल लिंडा, अनित राय, आरपी सिंह आदि भी उपस्थित थे.