रांची : एचएमएस से संबद्ध राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन ने एक नवंबर को सीसीएल मुख्यालय के समक्ष धरना देने का निर्णय लिया है. यूनियन ने 10वें वेतन समझौते को मजदूरों के साथ धोखा बताया है. इसी दिन कोल इंडिया अपना स्थापना दिवस मनाती है. सोमवार को रांची स्थित यूनियन कार्यालय में आयोजित सभी एरिया के सचिवों की बैठक में यह तय किया गया है.
ट्रेन के एसी बोगी में यात्री को चूहे ने काटा, उपभोक्ता फोरम ने रेलवे पर ठोका एक लाख जुर्माना
इस मुद्दे पर बैठक में कुछ सेंट्रल ट्रेड यूनियन के सदस्यों ने कहा कि कोल इंडिया के कर्मी काम नहीं करते हैं. यह काफी खेदजनक बात है. बैठक में इसका विरोध सीटू और एचएमएस ने किया था. ओवर टाइम सिलिंग पर प्रबंधन चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है. एलटीसी और एलएलटीसी के मुद्दे को भ्रम में रखा गया है.
भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन के विरोध में 25 फरवरी को झारखंड में चक्का जाम
कई प्रकार के भत्ता को फ्रिज कर दिया गया है. इन्हीं मुद्दों के आधार पर एचएमएस ने समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किया है. इसके विरोध स्वरूप यूनियन मजदूरों के बीच में जायेगी. मजदूरों की आवाज के आधार पर आगे की रणनीति घोषित की जायेगी. सीसीएल के कई एरिया में होने वाले कार्यक्रमों में एचएमएस के केंद्रीय स्तर के नेता भी शरीक होंगे. बैठक में ललन प्रसाद सिंह, गजेंद्र प्रसाद सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, देवेंद्र सिंह, रमेश विश्वकर्मा, मोती सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि शामिल थे.