विधायक जनता के वोट से चुनकर विधानसभा जाते हैं अौर ये जनता की फिक्र छोड़ सिर्फ अपनी चिंता करते हैं. उन्होंने मंत्रियों, विधायकों से आह्वान किया कि इस निर्णय को वापस लें.
यहां नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा. अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारियों का वेतन बंद है. राष्ट्र निर्माण सेना के अध्यक्ष अमृतेश पाठक ने कहा कि मंत्रियों, विधायकों का आयकर राजकोष से किया जायेगा तो सरकारी कर्मचारियों, व्यापारी सहित निजी क्षेत्र में काम करने वालों को क्यों आयकर देना चाहिए? उन्होंने कहा कि इस निर्णय के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जायेगा. अन्य वक्ताअों ने भी संबोधित किया. धरना में शैलेश्वर दयाल सिंह, सियाराम सिंह, शिवशंकर मिश्रा, आनंदी प्रसाद गुप्ता, मुकेश सिंह, शैलेश उपाध्याय सहित अन्य उपस्थित थे.