झारखंड गैर सरकारी स्कूल संचालक संघ के केंद्रीय अध्यक्ष राम प्रकाश तिवारी ने कहा कि वर्तमान सत्र में बिना तैयारी के आठवीं की बोर्ड परीक्षा ली जा रही है. इससे राज्य के लाखों बच्चों का भविष्य अधर में लटक जायेगा. संघ ने सरकार से मांग की है कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में कक्षा आठ में बोर्ड की परीक्षा नहीं ली जाये. पहले तैयारी कर ली जाये, फिर अगले सत्र से परीक्षा ली जाये.
श्री तिवारी ने कहा कि राज्य में लगभग 600 अनुदानित व गैर अनुदानित स्थापना अनुमति प्राप्त हाइस्कूल हैं. इसके अलावा गैर सरकारी प्राइवेट विद्यालय हैं. इनमें लाखों बच्चे पढ़ रहे हैं.
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से केवल सरकारी विद्यालय के बच्चों को किताब उपलब्ध कराया जाता है. इन विद्यालयों के बच्चों को सरकार किताब नहीं देती है. सरकार की ओर से दी जानेवाली किताब बाजार में भी नहीं मिलती है.
ऐसे में ये बच्चे परीक्षा कैसे पास कर सकेंगे. बच्चे कक्षा अाठ की परीक्षा पास नहीं करने की स्थिति में आगे की पढ़ाई नहीं कर सकेंगे. राज्य में ड्राॅप आउट बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. सरकार पहले इन विद्यालय के बच्चों को किताब उपलब्ध कराये. इसके बाद परीक्षा ली जाये.
संघ ने कक्षा आठ की बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों को स्वतंत्र परीक्षार्थी के रूप में शामिल होने की अनुमति देने की मांग की है. वहीं गैर सरकारी प्राइवेट स्कूलों को शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत बिना शर्त मान्यता देने की मांग की है. संघ की ओर से इस संबंध में बुधवार को राज्यपाल, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव व शिक्षा सचिव को ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन सौंपनेवालों में अध्यक्ष राम प्रकाश तिवारी, महासचिव डॉ राजेश प्रसाद, सचिव अजय शंकर कुमार, सुरेश्वरी महतो आदि शामिल थे.