कोडरमा : झुमरी तिलैया में प्रतिमा विसर्जन के दौरान सोमवार शाम दो गुटों में झड़प हो गयी. लोगों को खदेड़ने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा. विवाद के बाद असनाबाद व अन्य जगहों पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. हालांकि एसपी एसके झा के अनुसार स्थिति नियंत्रण में है. असामाजिक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, प्रतिमा विसर्जन जुलूस के एक दिन पहले महाराणा प्रताप चौक पर स्थापित पूजा पंडाल के पास धार्मिक जुलूस निकलने के दौरान दो गुटों के बीच तनातनी हुई थी. रविवार को भी एक गुट की ओर से निकाले गये धार्मिक जुलूस को झंडा चौक की ओर से ले जाने को लेकर विवाद हुआ था. एक गुट के लोग चौक पर लगे बांस व लाइट को हटाना चाह रहे थे, ताकि जुलूस को आसानी से ले जाया जा सके. दूसरे गुट के लोग लाइट व बांस हटाने को तैयार नहीं थे. इसी बात को लेकर दोनों गुटों के बीच नारेबाजी व हथियारों का प्रदर्शन हुआ था.
पदाधिकारियों के प्रयास से रविवार को मामला किसी तरह शांत कराया गया. सोमवार सुबह से ही महाराणा प्रताप चौक व असनाबाद में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गयी. दोपहर से ही असनाबाद में स्थित धार्मिक स्थल के पास एसडीओ प्रभात बरदियार, एसडीपीओ अनिल शंकर मोर्चा संभाले रहे. शाम करीब पांच बजे एक गुट की ओर से निकाला गया प्रतिमा विसर्जन जुलूस जब असनाबाद पहुंचा तो धार्मिक नारेबाजी व डीजे साउंड बजाने पर दूसरे गुट के लोगों ने आपत्ति जतायी. उन्होंने पूर्व में ही अधिकारियों से कहा था कि उनके धार्मिक स्थान के पास डीजे न बजाया जाये और न ही धार्मिक नारेबाजी की जाये. उन्होंने प्रतिमा विसर्जन जुलूस को आगे बढ़ाने का प्रयास करने लगे. पुलिस को इन्हें रोकने व जुलूस को आगे बढ़ाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी. कुछ लोगों को पीछे करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
पुलिस ने किसी तरह जुलूस को चाराडीह तालाब तक पहुंचाया. इस दौरान रांची-पटना रोड पर जाम लग गया. इधर, विवाद के बाद पुलिस ने विसर्जन जुलूस में शामिल डीजे साउंड को जब्त कर लिया. बताया जाता है कि रविवार को हुए विवाद के बाद एक गुट के लोगों की मांग थी कि असनाबाद में धार्मिक स्थल के पास जुलूस गुजरने के दौरान डीजे न बजाया जाये और न ही नारेबाजी की जाये. इस पर पुलिस पदाधिकारियों ने लोगों को ऐसा नहीं होने का आश्वासन दिया था, पर सोमवार को जब जुलूस पहुंचा तो लोग आक्रोशित होकर आमने-सामने हो गये.