रांची: दुर्गापूजा के दौरान तो राजधानी की सड़कें चकाचक रही. गली-मोहल्ले से लेकर प्रमुख सड़कों पर विशेष सफाई अभियान चलाकर कचरे का उठाव किया गया. लेकिन, पूजा समाप्त होने के 48 घंटे बाद ही फिर से शहर की सड़कों पर कचरे का अंबार लगना शुरू हो गया है. सोमवार को शहर की प्रमुख सड़क एचबी रोड, मेन रोड, ओल्ड एचबी रोड, बरियातू रोड, कोकर रोड, रातू रोड, सर्कुलर रोड, अरगोड़ा रोड और हरमू रोड में कचरे के ढेर पड़े रहे. गली-मोहल्ले की हालत तो और बदतर रही. यहां कूड़े के ढेर पर दिन भर आवारा पशुओं का जमघट लगा रहा. यह स्थिति तब बनी हुई थी, जब सोमवार को शहर में कई जगह स्वच्छता पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
एक साल में मात्र 33 वार्डों में ही शुरू हुई सफाई
बड़े-बड़े दावे कर दो अक्तूबर 2016 को शहर की सफाई व्यवस्था अपने हाथ में लेने वाली कंपनी एस्सेल इंफ्रा अपने एक साल के कार्यकाल में भी रांची नगर निगम के 55 वार्डों में सफाई व्यवस्था प्रारंभ नहीं कर पायी है. जबकि कंपनी का दावा था कि वह जनवरी 2017 में ही शहर के 55 वार्डों में सफाई व्यवस्था बहाल कर देगी. एक साल में कंपनी केवल 33 वार्डों में ही सफाई व्यवस्था बहाल कर पायी है. इस प्रकार से पूरे रांची में सफाई व्यवस्था बहाल करने में कंपनी को अभी कई माह का समय लगेगा.
अब तक सपना ही है मॉडल सफाई व्यवस्था
एस्सेल इंफ्रा ने शहर में एप बेस्ड सफाई व्यवस्था शहर में बहाल करने का दावा किया था. इसके अलावा कचरे से बिजली बनाने का सपना भी शहरवासियों को दिखाया. लेकिन आज हालत यह हो गयी है कि एप से कूड़ा उठाना व कूड़े से बिजली बनाना दूर की बात, सफाई कर्मी प्रतिदिन कूड़े का उठाव भी नहीं कर रहे हैं. आज न तो किसी मोहल्ले में प्रतिदिन डोर-टू-डोर कूड़े का उठाव हो रहा है और न ही किसी वाहन का हूटर बज रहा है.