रांची : मैट्रिक व इंटरमीडिएट के पाठ्यक्रम व परीक्षा प्रणाली में बदलाव को जैक की पाठ्यक्रम समिति ने बुधवार को स्वीकृति दे दी है. मैट्रिक व इंटर की लिखित परीक्षा अब 80 अंकों की होगी. 20 अंक की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा ली जायेगी. पाठ्यक्रम समिति की बैठक जैक अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह की अध्यक्षता […]
रांची : मैट्रिक व इंटरमीडिएट के पाठ्यक्रम व परीक्षा प्रणाली में बदलाव को जैक की पाठ्यक्रम समिति ने बुधवार को स्वीकृति दे दी है. मैट्रिक व इंटर की लिखित परीक्षा अब 80 अंकों की होगी. 20 अंक की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा ली जायेगी.
पाठ्यक्रम समिति की बैठक जैक अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुई. पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर कमेटी द्वारा दी गयी रिपोर्ट पर बिंदुवार विचार किया गया. इसके बाद 80 अंकों की लिखित परीक्षा व 20 अंकों की आंतरिक मूल्यांकन को स्वीकृति दी गयी. 20 अंकों की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में 10 अंकों का टेस्ट व 10 अंकों का प्रोजेक्ट वर्क होगा. आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा विद्यालय/महाविद्यालय स्तर पर ली जायेगी. इसके साथ-साथ वर्ष 2018 से मैट्रिक व इंटर के प्रश्न पत्र के प्रारूप में भी बदलाव किया जायेगा.
वर्ष 2018 की परीक्षा से दो व तीन अंक के प्रश्नों की संख्या में बढ़ोतरी की जायेगी. स्टेपवाइज मूल्यांकन को और कड़ाई से लागू किया जायेगा. प्रश्नों के चयन की प्रक्रिया में बदलाव किया जायेगा. प्रश्नों को स्टूडेंट फ्रेंडली बनाया जायेगा, जिससे रिजल्ट प्रतिशत में बढ़ोतरी के साथ-साथ रिजल्ट में गुणवत्ता भी रहे. बैठक में जैक के उपाध्यक्ष फूल सिंह, पाठ्यक्रम समिति के सदस्य एसके मिश्रा, दीपचंद्र राम कश्यप, योगेंद्र राय व एकेडमिक ऑफिसर प्रशांत पांडेय थे.
व्याकरण से बढ़ाये जायेंगे प्रश्न :हिंदी व अंग्रेजी के प्रश्न पत्र में विशेष बदलाव किया जायेगा. अंग्रेजी में पूछे जाने वाले पैराग्राफ को छोटा किया जायेगा. हिंदी में आवेदन लिखने संबंधित प्रश्न को जोड़ा जायेगा. दोनों विषय में व्याकरण से संबंधित प्रश्नों की संख्या बढ़ायी जायेगी. पाठ्यक्रम समिति की बैठक में इसे भी स्वीकृति दी गयी. बैठक में मदरसा के आठवीं से लेकर 12वीं तक के प्रमाण पत्र को दूसरे राज्य में मान्यता को लेकर विभाग को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया. इंटर कॉलेजों में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा विषय के शिक्षकों के पद सृजन का प्रस्ताव स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग को भेजा जायेगा.
सरकार को भेजा जायेगा प्रस्ताव : पाठ्यक्रम समिति की बैठक में लिये गये निर्णयों को अब झारखंड एकेडमिक काउंसिल बोर्ड की बैठक में रखा रखा जायेगा. बोर्ड की स्वीकृति के बाद प्रस्ताव स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग को भेजा जायेगा. उल्लेखनीय है कि स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने जैक को मैट्रिक व इंटर के पाठ्यक्रम को सीबीएसइ के अनुरूप अपग्रेड करने का निर्देश दिया था.
आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के लिए तीन टेस्ट होंगे
आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के लिए विद्यालयों में तीन टेस्ट लिये जायेंगे. इसमें बेस्ट दो अंक के टेस्ट के आधार पर 10 प्रतिशत अंक परीक्षा में जोड़ा जायेगा. टेस्ट की प्रक्रिया विद्यालय स्तर पर होगी. इसके अलावा 10 अंकों का प्रोजेक्ट वर्क होगा. यह प्रावधान मैट्रिक व इंटर तीनों संकाय (विज्ञान, कला, वाणिज्य ) में प्रभावी होगा. उल्लेखनीय है कि वर्तमान में मैट्रिक में विज्ञान, गणित व इंटर में साइंस के अलावा कुछ विषयों में प्रायोगिक परीक्षा होती है.