सुबह नौ बजे ही कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर पहुंच गये और लंबित वेतन के भुगतान की मांग करते हुए जलापूर्ति रोक दी. इस दौरान करीब दो घंटे तक रुक्का, बूटी और हटिया जलागार से आपूर्ति बाधित रही. हड़ताल की सूचना मिलते ही आनन-फानन में विभाग के अधीक्षण अभियंता (मेकैनिकल) अरुण झा मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों के साथ वार्ता की.
वार्ता में कर्मचारियों की ओर से संघ के अध्यक्ष गोपाल शरण सिंह, गुड़िया तिग्गा, सोमर उरांव, राजनाथ सिंह, कमरुद्दीन अंसारी रामजी सिंह, बुधन स्वांसी शामिल हुए. श्री झा ने उसी समय अभियंता प्रमुख व विभाग के प्रधान सचिव के आप्त सचिव से बात की. इसके बाद कर्मचारियों को लिखित आश्वासन दिया गया कि लंबित वेतन का भुगतान कर दिया जायेगा. इसके बाद कर्मचारियों ने जलापूर्ति आरंभ कर दी.