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RANCHI: जब महिला ने पुछा, उपराष्ट्रपति जी! मैं पढ़-लिख गयी हूं, क्या फायदा?..तो जानें क्या मिला जवाब
उपराष्ट्रपति ने नव साक्षरों से की बात रांची : अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में राज्य के नव साक्षरों ने उपराष्ट्रपति से सवाल पूछे. उपराष्ट्रपति ने उन्हें बताया कि देश के विकास के लिए लोगों का साक्षर होना आवश्यक है. आज भी हमारे देश में लोग निरक्षर हैं. इसे हम सब को मिलकर दूर […]
उपराष्ट्रपति ने नव साक्षरों से की बात
रांची : अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में राज्य के नव साक्षरों ने उपराष्ट्रपति से सवाल पूछे. उपराष्ट्रपति ने उन्हें बताया कि देश के विकास के लिए लोगों का साक्षर होना आवश्यक है. आज भी हमारे देश में लोग निरक्षर हैं. इसे हम सब को मिलकर दूर करना होगा. साक्षरता से देश का विकास तेजी से होगा.
सवाल : उपराष्ट्रपति जी! मैं पढ़-लिख गयी हूं, इससे क्या फायदा है?
जवाब : आपने सवाल पूछना सीख लिया, यही सबसे बड़ा फायदा है
एसटी, एससी और ओबीसी महिलाओं को साक्षर करना जरूरी : राज्यपाल
रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ी जाति की महिलाओं को साक्षर करना जरूरी है.
उन्होंने कहा है कि यह स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती भी है. राजधानी के प्रभात तारा ग्राउंड में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा की काफी अहमियत हमारे जीवन में है.
उन्होंने कहा कि झारखंड में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने की जरूरत है. एक बालिका अथवा महिला के शिक्षित होने से समाज का विकास संभव है. उन्होंने कहा कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा से ही झारखंड में शैक्षणिक माहौल बदलेगा.
कार्यक्रम में स्कूली शिक्षा और साक्षरता मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा कि एक हजार दिनों में सरकार की कई उपलब्धियां हैं. इसका बखान करना संभव नहीं है.
झारखंड में विकास की गंगा बह रही है. साक्षरता के क्षेत्र में व्यापक बदलाव हो रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में गरीबी दूर करने, समृद्धि लाने, कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा. साक्षरता अभियान को आगे बढ़ाने से ही अशिक्षा का अंधेरा दूर होगा.
स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की सचिव अराधना पटनायक ने भी साक्षरता अभियान को आगे बढ़ाये जाने की बातें कही. मौके पर सांसद रामटहल चौधरी, राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, विधायक जीतू चरण राम, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय, प्राथमिक शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक, उपायुक्त मनोज कुमार समेत सभी जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षक और अधिकारी उपलस्थित थे.
इससे पहले कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया. झारखंड पुलिस बल के जवानों ने राष्ट्रगान की धुन बजाये. आयोजन स्थल पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे. छह हजार लोगों के लिए भोजन की भी व्यवस्था स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की तरफ से की गयी थी. आयोजन स्थल पर राज्य के सभी जिलों की भागीदारी सुनिश्चित की गयी थी
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1000 दिन में 32 लाख लोगों को साक्षर बनाया गया : मुख्यमंत्री
रांची .मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि विकास के लिए शिक्षा आवश्यक है. शिक्षा से ही झारखंड का विकास होगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को साक्षरता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एक हजार दिन में 32 लाख लोगों का साक्षर बनाया है.
राज्य सरकार झारखंड को पूर्ण साक्षर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है. विगत जनगणना में झारखंड की साक्षरता दर 66.41 थी, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 76.84 और महिला साक्षरता दर 55.42 प्रतिशत थी. यह आकंड़ा बताता है कि राज्य के समक्ष कितनी बड़ी चुनौती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को महिला शिक्षा के क्षेत्र में शत- प्रतिशत लक्ष्य हासिल करना है. आदिवासी समाज को भी शत प्रतिशत शिक्षा मिले इसके लिए प्रयास हो रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को पूर्ण साक्षर बनाना है.
राज्य को पूर्ण साक्षर बनाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा. हमें 2020 तक झारखंड को पूर्ण साक्षर बनाने का संकल्प लेने की जरुरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर झारखंड की धरती पर उपराष्ट्रपति की उपस्थिति से राज्य गौरव महसूस कर रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल बालिका विद्यालयों का भ्रमण कर वहां की स्थितियों का जायजा ले रही हैं. यह अच्छी शुरुआत है. इससे कमियों को दूर करने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि साक्षरता की चुनौती को अंगीकार करते हुए नये भारत के सपनों को साकार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पांच सौ पंचायतों को शत-प्रतिशत साक्षर पंचायत घोषित किया गया है. इसे और बढ़ाने की जरूरत है.
उपराष्ट्रपति ने इन्हें किया सम्मानित
रांची. उप राष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने 20 लोगों को सम्मानित किया. सम्मानित होने वालों में पांच पूर्ण साक्षर पंचायत की मुखिया, पांच प्रेरक, पांच साक्षरता स्वंय सेवक शिक्षक व पांच नव साक्षर थे. सम्मानित हाेनेवाली सभी महिलाएं थीं. उन्होंने साक्षरता के क्षेत्र में झारखंड में हुए काम की सराहना की. उन्होंने कहा कि गत तीन वर्ष में झारखंड में 32 लाख लोग साक्षर हुए हैं. 500 से अधिक पंचायत पूर्ण साक्षर हो चुके हैं. राज्य को वर्ष 2019-20 तक पूर्ण साक्षर करने का लक्ष्य रखा गया है.
सम्मानित मुखिया
नाम जिला पंचायत
पूनम देवी दुमका नोमीहाट
शिला देवी लातेहार मायापुर
मीना देवी रांची ओरमांझी
तनुजा कुमारी प.सिंहभूम मझगांव
रेखा सिंह बोकारो तेनुघाट
सम्मानित प्रेरक
नाम जिला पंचायत
चमेली देवी धनबाद तेलमोर्चा
किरण पन्ना लातेहार मायापुर
नेहा देवी लोहरदगा टाटी
मुन्नी देवी रांची ओरमांझी
पुष्पा कुमारी बोकारो टांड बालीडीह
सम्मानित साक्षरता स्वंय सेवक
नाम जिला पंचायत
कल्याणी देवी बोकारो माराफारी पुनर्वास
शांति देवी गढ़वा अंचला
छवी मुरमू दुमका हथियापाथर
प्राची कुमारी पाकुड़ हिरानंदनपुर
अर्चना देवी लोहरदगा —-
सम्मानित नवसाक्षर
नाम जिला
चुरकी हंसदा दुमका
सावित्री देवी बोकारो
जामो देवी गढ़वा
जयंती हेम्ब्रम प.सिंहभूम
झरना चार पाकुड़
सवाल : मैं पढ़-लिख गयी हूं, इसका क्या फायदा है? विमला उरांव, लोहरदगा
जवाब : आपने सवाल पूछना सीख लिया, यही सबसे बड़ा फायदा है. आप एक उपराष्ट्रपति से खुल कर सवाल पूछ रही है यह आपके साक्षर होने की सार्थकता को प्रमािणत करता है.
सवाल : महिलाओं के रोजगार व तरक्की के लिए आपका क्या सुझाव है? रीना देवी हजारीबाग
जवाब : महिलाएं कौशल विकास से जुड़ें, हुनर बढ़ायें. मुद्रा बैंक से लोन लें, अपना रोजगार शुरू करें.
सवाल : हवाई जहाज से देखने पर हमारा झारखंड कैसा लगा? सुधा देवी, बोकारो
जवाब : मैं पहले भी झारखंड आया हूं. झारखंड सुंदर राज्य है. ऊपर से देखने पर चारों ओर हरियाली नजर आती है. नदियां और पहाड़ दिखते हैं.
सवाल : मैं गांव-देश के विकास में क्या मदद कर सकती हूं? सुनीत देवी, हजारीबाग
जवाब : गांव के विकास से प्रदेश का विकास होगा, प्रदेश से देश का विकास होगा. आप साक्षर हो गयी हैं, दूसरों को साक्षर करें. इससे लोगों में जागरूकता आयेगी. जागरूक होने से लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे.
सवाल : मेरे गांव में महिला स्वयं सहायता समूह गठित है, उसके लिए आपका क्या संदेश है? यशोदा देवी, हजारीबाग
जवाब : स्वयं सहायता समूह से महिलाओं को सम्मान मिला है. वे आगे आ रही हैं. संगठन में शक्ति होती है. महिला स्वयं सहायता समूह को बैंक से ऋण मिलता है. स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आप गांव की अशिक्षा, कुरितियों को दूर करने के लिए जागरूकता अभियान चलायें.
सवाल : निरक्षर लोग ठगे जाते हैं, पर ठगने वाले अक्सर साक्षर होते हैं, आपका क्या कहना है?
जवाब : आप साक्षर हो जाइये, आपका स्वाभिमान बढ़ेगा. अापको कोई ठग नहीं सकेगा. अापका शोषण नहीं होगा. पढ़ने-लिखने से आप में जागरूकता आयेगी.
इन महिलाओं ने उठाया है जागरुकता फैलाने का बीड़ा
60 से अधिक शौचालय गांव में बनवाये : रेखा सिंह
बोकारो के तेनुघाट स्थित पेटरवार ब्लॉक की मुखिया रेखा सिंह ने कहा कि इतने बड़े समारोह में पुरस्कार मिलना गर्व की बात है. उन्होंने लोगों की सेवा के लिए मुखिया का चुनाव लड़ा. अभी तक उन्होंने 60 से अधिक शौचालय बनवाया है. साथ ही महिलाओं को साक्षर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया. इसके अलावा पीसीसी रोड और नाला बनवाये. पुरस्कार प्राप्त कर बहुत खुश हैं.
खुले में शाैच नहीं करने के लिए किया जागरूक : पूनम देवी
दुमका जिले के नोनिहाट की मुखिया पूनम देवी ने कहा कि गांव में महिलाओं को साक्षर होने के लिए जागरूक किया. वहीं खुले में शौच करने से क्या बीमारी होती है, इसके प्रति जागरूक किया. गांव में करीब 700 घरों में शौचालय बनाये. महिलाओं से कहा कि अगर हस्ताक्षर करने नहीं आयेगा, तो राशन नहीं मिलेगा. उन्हें मेरी बात समझ में आयी और लोगों का साथ मुझे मिला.
सात सौ से अधिक लोगों को शिक्षित किया : प्राची कुमारी
नि:स्वार्थ भाव से लोगों को साक्षर कर रही हूं : छवि मुर्मू
महिलाएं शिक्षित होंगी, तो समाज अागे बढ़ेगा : शीला
जिला लातेहार, पंचायत मायापुर की मुखिया शीला देवी ने कहा कि उनका उद्देश्य गरीब लाेगों की सेवा करना है. शाम में वह महिलाओं को शिक्षित करती है. महिलाएं शिक्षित होंगी, तो बच्चे शिक्षित होंगे. इस उद्देश्य से वह कार्य कर रही हैं. गांव में उन्होंने अभी तक सौ से अधिक महिलाओं को शिक्षित किया है. इसके अलावा पीसीसी पथ व शौचालय का निर्माण कराया है.
घूम-घूम कर लोगों को साक्षर करती हूं : कल्याणी देवी
बोकारो स्थित चास की विलेज ट्रेनर कल्याणी देवी ने कहा कि वह वर्ष 2013 से महिलाओं को शिक्षित कर रही है. शिक्षा से ही समाज आगे बढ़ेगा, यही सरकार की और उनकी सोच है. इसी सोच को लेकर नि:स्वार्थ भाव से बिना मानदेय के वह लोगों को साक्षर कर रही है. वह घूम-घूम कर लोगों को साक्षर होने का आह्वान करती हैं और प्रतिदिन 15 से 20 लोगों को पढ़ाती हैं.
सात सौ से अधिक महिलाओं काे किया है साक्षर : पुष्पा
बोकारो जिला की महिला प्रेरक पुष्पा कुमारी ने कहा कि वह वर्ष 2014 से लोगों को शिक्षित कर रही हैं. पंचायत भवन में प्रतिदिन लोगों को पढ़ाती हैं. अभी तक उन्होंने 700 से अधिक महिलाओं को साक्षर बनाया है. इसमें लड़कियों की तादाद सबसे अधिक है. पुरस्कार प्राप्त कर बहुत खुश हैं. आगे और अधिक महिलाओं को साक्षर करेंगी. उनका अभियान जारी है.
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