अस्पताल महाप्रबंधक डॉ राजन चौधरी और अन्य चिकित्सकों के साथ भी धक्का-मुक्की की. परिजनों व बस्तीवासियों का कहना था कि डॉक्टर मौत के बाद मरीज को आइसीयू में ले गये और बाद में मृत घोषित कर दिया. अगर समय पर इलाज होता तो उसे बचाया जा सकता था.
बाद में बिष्टुपुर थाना प्रभारी श्रीनिवासन पहुंचे. पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ. मौके पर पहुंचे कांग्रेस नेता आनंद बिहारी दुबे ने जांच की मांग की. इस मामले में मृतक के पिता संतोष श्रीवास्तव के बयान पर बिष्टुपुर थाना में मामला दर्ज किया गया है.