जमशेदपुर: अगर बहू आपकी है तो किसी की बेटी भी होगी. बहू-बेटी को प्रताड़ित करेंगे, तो पाप के भागी बनेंगे. इस धरती पर भी जेल में सड़ते रह जायेंगे. उक्त बातें झारखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण ने एक सास-ससुर और पति से कही, जो अपनी बहू को प्रताड़ित कर रहे थे तथा संपत्ति […]
जमशेदपुर: अगर बहू आपकी है तो किसी की बेटी भी होगी. बहू-बेटी को प्रताड़ित करेंगे, तो पाप के भागी बनेंगे. इस धरती पर भी जेल में सड़ते रह जायेंगे.
उक्त बातें झारखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण ने एक सास-ससुर और पति से कही, जो अपनी बहू को प्रताड़ित कर रहे थे तथा संपत्ति से बेदखल कर रहे थे. साथ ही बहू को अपने यहां रखने तक को तैयार नहीं थे. कल्याणी शरण ने इस फटकार के बाद आयोग की ओर से ससुरालवालों को थोड़ा समय दिया, जिसके बाद ससुराल के लोगों ने बांड भरा और अंडरटेकिंग देने के बाद बहू को साथ लेते गये. ऐसे ही कई मामलों की बुधवार को राज्य महिला आयोग की ओर से जनसुनवाई हुई.
सुबह दस बजे से सर्किट हाउस में शुरू हुई सुनवाई के दौरान आयोग ने किसी को प्यार से तो किसी को फटकार कर तो किसी को कानूनी प्रावधानों का हवाला देकर मामले को सुलझाया. जो मामला नहीं सुलझा, उसकी सुनवाई गुरुवार तक के लिए टाल दी गयी. बुधवार को कुल 32 में से नौ केस को समझौता के आधार पर सुलझा लिया गया, जबकि बचे हुए 24 केस में से एक ही पार्टी हाजिर हुआ. इसके बाद दोनों पार्टी को पुलिस को हाजिर करने को कहा गया. गुरुवार को फिर से सुनवाई होगी.
बेटा से परेशान मां और पति व ससुराल से प्रताड़ित महिलाएं ज्यादा पहुंचीं: 32 केस की जमशेदपुर के सर्किट हाउस में सुनवाई के दौरान जहां बेटा से परेशान मां आयी थी, वहीं पति व ससुराल से प्रताड़ित महिलाएं ज्यादा आयीं. लगातार सुनवाई कर एक भी केस पेंडिंग न रहे, इसको सुनिश्चित करने का उद्देश्य से यह कैंप कोर्ट लगाया जा रहा है.
सुनवाई के दौरान मौजूद रहे: महिला आयोग की अध्यक्ष कल्याणी शरण, सदस्य रेणु देवी, पूनम प्रकाश, शर्मिला सोरेन, आरती राणा, अवर सचिव चंद्रशेखर झा, अध्यक्ष की अाप्त सचिव रानी कस्तुरी, कर्मचारी पिंकी कुमारी, सोनी प्रिया व अन्य.