रांची : राजधानी में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसे सुनका आप चौंक जायेंगे. जी हां! एक पिता अपने इकलौते बेटे को केवल इसलिए संपत्ति से बेदखल करना चाहता है, क्योंकि उसका कोई बेटा नहीं है, केवल तीन बेटियां हैं. बाप बेटे के बीच तल्खियां इतनी बढ़ गयी हैं के मामला थाने तक पहुंच गया.
पारिवारिक कलह से परेशान तीनों बेटियों ने आंदोलन का रास्ता अपना लिया है. हाथों में प्रधानमंत्री के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की दुहाई देते हुए बेटियों ने कानून से इंसाफ की गुहार लगायी है. थाने की मध्यस्ता के बाद भी मामला सुलझ नहीं रहा है. बेटियों का आरोप है दादाजी हमेशा उन्हें परेशान करते रहते हैं.
मामला रांची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र का है. रातु रोड के मेट्रो गली निवासी प्रीतम दास गाबा की पोतियों ने उनपर आरोप लगाया है कि हमारे दादाजी हमारे पिता और हमसभी को केवल इसलिए घर से निकाल देना चाहते हैं कि हमारा कोई भाई नहीं है. वो कभी पानी बंद कर देते हैं तो कभी हमारे कमरे की लाइट काट देते हैं.
प्रभात खबर डॉट कॉम से बात करते हुए ट्विंकल ने कहा कि हमारे पिताजी एक छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं. हम तीन बहनें हैं, मैं सबसे बड़ी हूं. मैं 11 वीं पढ़ती हूं, जबकि मेरी दोनों छोटी बहने 10वीं और 9वीं में पढ़ती हैं. पिताजी काफी परिश्रम कर हमलोगों का भरण पोषण कर रहे हैं साथ ही हमारी पढ़ाई का खर्च भी वहन कर रहे हैं.
ट्विंकल ने कहा – ‘हमलोग इतने संपन्न नहीं हैं कि किराये के मकान में रह सकें. हमारे दादाजी हमारे पिताजी को घर से निकाल देना चाहते हैं. उनका कहना है कि तुम्हारा कोई बेटा नहीं है, इन बेटियों के लिए तुम्हें घर में हिस्सा नहीं मिलेगा. दादाजी हर रोज झगड़ा करते हैं. घर का पानी और बिजली बंद कर देते हैं. हमलोगों को जीना दुभर हो गया है.
ट्विंकल का कहना है – ‘दादाजी हमलोगों को घर से निकाल कर हमारी बुआ को घर का हिस्सेदार बनाना चाहते हैं. उनका कहना है कि जिसका बेटा होगा उसी को हिस्सा दिया जायेगा.’ सभी बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाने की बात कही. उन्होने कहा कि थाना और बाल संरक्षण आयोग में शिकायत करने के बाद भी कोई उपाय नहीं निकल पाया है.